गया में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान के तहत कर्नाटक के 50 युवा प्रतिनिधियों का दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में रविवार की देर रात पारंपरिक अंदाज में स्वागत हुआ। कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के नेतृत्व में यूनिवर्सटी परिवार ने ढोल-नगाड़ों, शंखनाद, तिलक और गुलाब के साथ मेहमान युवाओं का अभिनंदन किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कई अधिकारी, शिक्षक और छात्र मौजूद रहे। पीआरओ मुदस्सिर आलम ने बताया कि यह कार्यक्रम पांच प्रमुख आयामों- पर्यटन, परंपरा, प्रगति, परस्पर संपर्क और प्रौद्योगिकी पर आधारित है। इन आयामों के तहत कर्नाटक के प्रतिनिधियों को बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराया जाएगा। पांच दिवसीय यात्रा कर्नाटक के युवा राजगीर, नालंदा, बोधगया और पटना के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। वे दशरथ मांझी की गहलौर घाटी, महाबोधि मंदिर, शांति स्तूप, पावापुरी जल मंदिर और तख्त श्री हरमंदिर साहिब जैसे स्थलों की संस्कृति और इतिहास को समझेंगे। इसके अलावा राजभवन में महामहिम राज्यपाल से भेंट, बोधगया के शंकराचार्य मठ में नागरिक सम्मान और स्थानीय मंत्री प्रेम कुमार की मौजूदगी में विशेष समारोह का आयोजन भी होगा। युवाओं का दल पथरकट्टी के शिल्पकारों, जीविका परियोजना और बिपार्ड की अत्याधुनिक नेक्स्ट जेन लैब का दौरा करेगा। सीयूएसबी में विशेष गतिविधियां सीयूएसबी कैंपस में योग सत्र, पौधारोपण अभियान और खेल गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को बिहार के पर्यावरण और जीवन शैली से जोड़ा जाएगा। वहीं, अंतिम दिन सांस्कृतिक समारोह में कर्नाटक और बिहार की संस्कृतियों का संगम देखने को मिलेगा।