ज बरौनी प्रखंड के मल्हीपुर मौजे की 1932 बीघा जमीन की जमाबंदी रद्द करने के बाद लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। अब विभिन्न संगठन भी किसानों के समर्थन में आगे आ गए हैं। आज ऑल इंडिया किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव अशोक प्रसाद सिंह ने मौके पर पहुंच कर किसानों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों से जमीन छीनने की सरकारी साजिश को बेनकाब करेंगे, जान देंगे मगर जमीन नहीं जाने देंगे। मल्हीपुर मौजा के प्रभावित किसान लड़ेंगे और जीतेंगे। मल्हीपुर मौजे के थाना नंबर-503, खाता नंबर-261, खेसरा नंबर-890 और 891 की 1932 बीघा जमीन का लगान किसानों ने 1885 से 2024 तक दिया है। किसानों से जमीन छीनने की नीयत से हजारों जमाबंदी को बरौनी प्रखंड के सीओ ने रद्द कर दिया है। इस प्रक्रिया को अविलंब बंद किया जाए, अन्यथा मल्हीपुर, विशनपुर, चकिया एवं बीहट के प्रभावित किसान संगठित होकर करो या मरो की लड़ाई लड़ने को मजबूर होंगे। जमीन लूटने की मंशा कभी पूरी नहीं होगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण जमीन लूटने की मंशा कभी पूरी नहीं होगी। महेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुए किसान गोष्ठी को राम आशीष सिंह, गोपाल सिंह, राजनीति सिंह, लाल बहादुर राय, चंदन सिंह, रमेश सिंह, कारी सिंह, अनिल सिंह, पुनपुन कुमार, मुकेश राय, अवनीश सिंह, श्याम सिंह और आकाश सिंह आदि ने भी संबोधित किया। सर्वसम्मति से 15 दिसंबर को किसानों की आम सभा बुलाने का ऐलान किया गया। आम सभा से ही संघर्ष का शंखनाद किया जाएगा।