मुंगेर में गंगा क्रूज यात्रा के दौरान 91 साल के ऑस्ट्रेलियाई पर्यटक डोनाल्ड सैम्स की मौत हो गई। वे 26 ऑस्ट्रेलियाई पर्यटकों के दल के साथ भारत भ्रमण पर आए थे। दल ने 10 फरवरी को कोलकाता से पटना की यात्रा पैंडो क्रूज से शुरू की थी। शुक्रवार रात को जब क्रूज मुंगेर के बबुआ घाट पहुंचा, तभी डोनाल्ड की तबीयत अचानक बिगड़ गई। क्रूज स्टाफ ने तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचित किया। प्रशासन की मदद से उन्हें एक निजी नर्सिंग होम ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार यह एक सामान्य मौत थी, जो अधिक उम्र के कारण हुई। जिला प्रशासन ने भारतीय दूतावास के माध्यम से ऑस्ट्रेलियाई दूतावास को सूचित किया। मृतक की पत्नी एलेस और ऑस्ट्रेलियाई दूतावास की सहमति से मुंगेर में ही अंतिम संस्कार का निर्णय लिया गया। ईसाई रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार डीएम के आदेश पर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई। ईसाई रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार के लिए चर्च के पादरी की व्यवस्था की गई। शहर के चुरंबा स्थित ईसाई कब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनकी पत्नी और सभी ऑस्ट्रेलियाई पर्यटक मौजूद रहे। मृतक ने बना रखा था वसीयत, मौत के बाद भारत में दफनाया जाय शव मृतक का भारत से अटूट प्रेम था। तभी तो उन्होंने अपने वसीयत में यह जिक्र किया था कि उसकी जब भी मौत हो तो भारत में ही उसे दफनाया जाय। मृतक आस्ट्रेलिया के सिडनी शहर निवासी 91 वर्षीय डोनाल्ड सैम्स की पत्नी एलेस ने बताया कि उनके पति के पिता ब्रिटिश शासनकाल में असम में ब्रिटिश फौज के अधिकारी थे। जिसके कारण वे कई बार भारत आ चुके है और लगभग हर बार असम का यात्रा किया। अब तक 12 बार वे भारत भ्रमण पर आ चुके है। उन्होंने बताया कि उसके पति ने अपनी वसीयत में लिखा था कि उनकी मौत के बाद उनके पार्थिव शरीर को भारत के ही ईसाई कब्रिस्तान में दफनाया जाय। संयोग की बात है कि उनकी मौत भारत के मुंगेर में हुई और यहां ईसाई कब्रिस्तान भी था। विदेशी सैलानी ने मुंगेर जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।
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