भागलपुर में एक स्कूल के हेडमास्टर से मारपीट करने के मामले में शिक्षा विभाग एक्शन लेना शुरू कर दिया है। मारपीट करने का आरोप स्कूल के ही दो सहायक शिक्षक पर लगा था। अब शिक्षा विभाग ने स्पष्टीकरण के साथ वेतन रोकने का भी निर्देश दिया है। सन्हौल प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय सिलहन में हाजिरी बनाने को लेकर दो सहायक शिक्षकों के द्वारा प्रधानाध्यापक नरेंद्र दास से मारपीट किया गया था। BRC सूत्रों के माने तो विद्यालय के दोनों सहायक शिक्षक उदय चौरसिया और प्रभु यादव के खिलाफ स्पष्टीकरण के साथ वेतन बंद करने का निर्देश है। डीपीओ भागलपुर को अपना स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश दिया गया है। पूरा घटनाक्रम बीते गुरुवार को हुई थी, जिसमें हाजिरी बनाने के मामले में दो सहायक शिक्षा के प्रधानाध्यापक से मारपीट की थी। घटना में प्रधानाध्यापक जख्मी हो गए थे। इस खबर को दैनिक भास्कर में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर कार्रवाई हो रही है। शिक्षा समिति कर हेडमास्टर पर लगाया शांति भंग करने का आरोप शिक्षा समिति दुर्भावना से ग्रसित होकर मामले को रफा-दफा कर उल्टे प्रधानाध्यापक पर विद्यालय में शांति भंग करने का आरोप लगा विद्यालय से हटाने की बात कह रही है। पिछले कई दिनों से विद्यालय में हाजिरी बनाने को लेकर विवाद चल रहा था। विद्यालय के शिक्षक उपस्थिति पंजी में अनुपस्थित थे। विद्यालय के वैसे शिक्षक पिछले दिनों के हाजिरी को उपस्थिति पंजी में बनाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन अनुपस्थित शिक्षकों का मनसा प्रधानाध्यापक कामयाब नहीं होने दे रहे थे। कहा जा रहा है कि इसी बात को लेकर प्रधानाध्यापक और सहायक शिक्षक प्रधानाध्यापक से उलझ गए जाति सूचक गाली गलौज की बात पर पूरी घटना क्रम हुई। प्रधानाध्यापक कक्ष में ही दोनों शिक्षकों ने मिलकर प्रधानाध्यापक को कक्षा बंद कर लात घुसे से मारपीट कर जख्मी कर दिया। मामले को लेकर सनहौला प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राजेश्वर पांडे ने बताया कि डीपीओ और डीईओ के निर्देश पर शिक्षक का वेतन बंद और स्पष्टीकरण मांगा गया है। वरीय अधिकारी के निर्देशानुसार जो भी आगे की कार्रवाई होगी की जाएगी।