जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती की ओर से ‘हिंदुत्व’ को लेकर दिए विवादित बयान को लेकर माहौल गर्म है। इसे लेकर देश भर से रीवा पहुंचे संतों ने आक्रोश जताया है। इस दौरान संतों ने शस्त्र प्रदर्शन कर विरोध भी दर्ज कराया। बता दें कि रीवा में विशाल कलश यात्रा के साथ झलबदरी धाम झुरहा आश्रम विश्वविद्यालय परिसर में 1008 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ चल रहा है, इसमें शामिल होने के लिए देशभर से संत आए हैं। ऐसे में संतों ने महबूबा की बेटी के बयान को गंभीरता से लेते हुए बैठक शुरू कर दी है। चित्रकूट से आए महाराज ने ऐलान कर दिया है कि जो भी महबूबा या उनकी बेटी इल्तिजा के मुंह में गोबर भरेगा और गोबर भरने के बाद पट्टी बांध देगा। उसे बड़ा इनाम दिया जाएगा। जबकि एक संत ने तो महबूबा और उनकी बेटी के इस बयान से नाराज होकर त्रिशूल भी दिखा डाली है, उनका कहना है कि शस्त्र उठाने का समय आ गया है। एक संत ने हम दो हमारे अनेक का नारा दिया है तो एक ने महबूबा और उसकी बेटी को घर में घुसकर मारने की चेतावनी भी दी है। चित्रकूट के संत बोले- मुंह में गोबर भर कर टेप लगा दो
चित्रकूट और देश के बड़े संत माने जाने वाले सनकादिक महाराज ने कहा, ऐसे लोग बोलने लायक नहीं हैं। उनके मुंह में गोबर डालकर पैक कर देना ही सही इलाज है। नहीं तो जब तक उनके मुंह खुले रहेंगे। वे इसी तरह से जहर उगलते रहेंगे। आज देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की जरूरत नहीं है। हमारा देश पहले से हिन्दू राष्ट्र है। बस घोषणा होनी बाकी है। भगवान की इच्छा होगी तो जल्द इस बात की घोषणा भी हो जाएगी। हिन्दू धर्म को बीमारी कहने वाले खुद कैंसर हैं। ऐसे लोग देश में रहने लायक नहीं। अगर हिन्दू धर्म बीमारी है तो गैर हिन्दू इस देश में कैसे बच गए। नर्मदा घाट के संत बोले- मोहम्मद गौरी से बचो
नर्मदा घाट के प्रसिद्ध संत सीताराम दास जी महाराज ने कहा है कि सभी हिन्दू अब पांच-पांच बच्चे पैदा करना शुरू करे। उनका कहना है कि बंटवारे के समय हिंदुओं की संख्या बहुत थी। लेकिन अब अपेक्षाकृत अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या में ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। जिस वजह से मैं संत होने के नाते हिन्दू भाइयों से कहना चाहता हूं कि अगर पशु-पक्षी अपने बच्चों का भरण-पोषण कर लेते हैं। तो आप भी आसानी से अपने चार-पांच बच्चों का भरण पोषण कर लेंगे। ऐसे बयान देने वाले को घर में घुसकर मारो
दमोह से आए संत जयरामदास त्यागी ने ऐलान कर दिया है कि ऐसे बयान देने वाले महबूबा मुफ्ती की बेटी और अन्य लोगों को घर में घुसकर मारा जाए। नहीं तो कुछ दिन में भारत को भी बांग्लादेश बना देंगे। इस तरह के बयान देने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। ऐसे बयान चिंता का विषय हैं। जिस देश में इतनी बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं। उस देश में ऐसे बयान देने की हिम्मत लोग कैसे जुटा रहे हैं। आज बांग्लादेश के हालात से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। बाबा बोले- काट-काटकर नमक भर दो
चित्रकूट से आए संत बालक दास महाराज ने कहा, मैं सनकादिक महाराज के बयान का समर्थन करता हूं। मैं उज्जैन के संतों का भी समर्थन करता हूं। जिस तरह का बयान महबूबा मुफ्ती की बेटी और ओवैसी ने दिया है, उन्हें काट-काटकर नमक छिड़क देना चाहिए। आप अपने धर्म को माने हमें कोई दिक्कत नहीं, लेकिन अगर हिंदू धर्म के बारे में अनरगल बात करेंगे तो ऐसा मुंह तोड़ जवाब देंगे की जिंदगी भर याद रहेगा। हिंदू धर्म कोई मजाक नहीं है। जिस पर कोई भी व्यक्ति कभी भी कैसी भी टिप्पणी कर दे। काशी के संत बोले- छाती पर चढ़कर जवाब देंगे
काशी के संत गोविंद दास ने कहा, कभी ओवैसी और उसके भाई 15 मिनट वाला बयान देकर ललकार रहे हैं। तो कभी कोई हिंदू धर्म को डेंगू और चिकनगुनिया बताया जा रहा है। भला हम कब तक बर्दाश्त करते रहेंगे। ऐसे लोगों की ईंट से ईंट बजा देंगे। हम इस मामले में उज्जैन के संतों का पूरा समर्थन करते हैं। मैं खुद काशी निवासी हूं। इसलिए हम चित्रकूट, काशी नर्मदा घाट और पूरे देश के संत जो यहां इकट्ठा हुए हैं। ऐसे बयानों के विरोध को लेकर कार्य योजना बना रहे हैं। जल्द करारा जवाब दिया जाएगा। कुंभ के दौरान यही मुद्दा सबसे प्रासंगिक रहेगा। क्या कहा था इल्तिजा मुफ्ती ने…
6 दिसंबर को एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें दावा किया जा रहा है कि कुछ लोग नाबालिग मुस्लिम लड़कों को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इस वीडियो को लेकर 7 सितंबर को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) नेता इल्तिजा मुफ्ती ने कहा था कि हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को बीमार किया है। इल्तिजा ने ये वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किया था। हालांकि बाद में इसे हटा दिया। रीवा में चल रहा 1008 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ
रीवा में विशाल कलश यात्रा के साथ झलबदरी धाम झुरहा आश्रम विश्वविद्यालय परिसर में 1008 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ चल रहा है। जिसमें शामिल होने के लिए देशभर से लगभग 500 संत रीवा पहुंचे हैं। जिन्हें विशेष आमंत्रण देकर बुलाया गया है। 7 से 15 दिसंबर तक और विशाल भंडारे के साथ समापन होगा। शनिवार सुबह झलबदरी आश्रम से भव्य कलश यात्रा निकालकर शुरुआत हुई। कलश यात्रा में साधु संत के अलावा सनकादिक महाराज के शिष्य शामिल हुए। महायज्ञ के लिए कई प्रकार के यज्ञ कुंड बनाए गए हैं, शुक्रवार से ही यहां साधु संतों का मेला लगा हुआ है। रामलीला के साथ प्रवचन भी प्रतिदिन चल रहा है।