दुकानदारी को लेकर चार–पांच महीने से एक मिल्क मैन से विवाद चल रहा था। इसको लेकर थाने पर प्रकरण दर्ज करवाने भी गए थे। लेकिन, उसने हाथ जोड़कर मना लिया था। दुकानदारी को लेकर उसे तकलीफ थी। मोहल्ले में 10-15 दिन पहले भी आग लग चुकी थी। यहां किसी ने आग लगाई थी। रात 1 बजे भाई को दुकान पर छोड़ कर आया था। तीन बजे कैसे आग लग गई। दो घंटे में आखिर ऐसा हुआ क्या ? -मुकेश कारपेंटर, मृतक का भाई देवास के नयापुरा में शनिवार सुबह एक घर में आग लगने से पति-पत्नी और दो बच्चों की दम घुटने और झुलसने से मौत हो गई। इस मामले में मृतक दिनेश के भाई मुकेश कारपेंटर ने एक मिल्क मैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मुकेश का कहना है कि यह आग लगी नहीं है, लगाई गई है। इसकी जांच होना चाहिए। दो घंटे में ऐसा क्या हुआ कि इतनी बड़ी आग लग गई, क्योंकि रात 1 बजे तक तो मैं भाई के साथ ही था। वहीं पीएम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि सभी के 50 प्रतिशत से ज्यादा शरीर झुलस गए थे। एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हादसे में दिनेश कारपेंटर (35), उनकी पत्नी गायत्री कारपेंटर (30), बेटी इशिका (10) और बेटे चिराग (7) की मौत हो गई। आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए एफएसएल टीम ने भी जांच की है, जिसकी रिपोर्ट भी शीघ्र ही आ जाएगी। डॉक्टरों की शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में चारों की मौत धुआं और जलने से होना बताया गया है। पड़ोसी राजेश गाेयल ने सुनाई हादसे की पूरी कहानी नयापुरा में किराना दुकान करने वाले राजेश गोयल का कहना है कि संभवत: आग शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 3 बजे के बाद लगी होगी। साढ़े 4 बजे के करीब मेरे पास एक परिचित का कॉल आया कि आपकी दुकान के पास आग लगी हुई है। यह सुनते ही मैंने कार स्टार्ट की और दुकान की ओर तेजी से बढ़ा। रास्ते में फायर ब्रिगेड को खड़ी देखा। मुझे लगा यहीं कहीं भी आग लगी होगी। मैंने ध्यान नहीं देते हुए तत्काल नयापुरा पहुंचा। यहां बिल्डिंग में भीषण आग लगी थी। बीच-बीच में ब्लास्ट हो रहे थे। इसके बाद मैंने काॅल किया और पूछा- आग यहां लगी है और आप वहां क्यों खड़े हैं। इस पर उसने कहा- मुझे नहीं पता था कि नयापुरा कहां पर है। इसके बाद मैंने कुछ लोगों को भेजा और दमकल की गाड़ी को बुलवाया। मुकेश के पास रहते थे बच्चे, आज यहीं रुक गए राजेश गोयल का कहना है कि मृतक दिनेश के बड़े भाई मुकेश काॅरपेंटर परिवार के साथ कुम्हार गली देवास में रहते हैं। मुकेश यहां पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं। बाकी परिवार गांव में रहता है। मुकेश छोटे भाई के दोनों बच्चों को बहुत प्यार करते थे। बच्चे भी उनके साथ ही ज्यादा समय बिताया करते थे। रात में भी वे बड़े पापा मुकेश के घर पर ही रहते थे। दिनेश पत्नी के साथ डेयरी के ऊपर ही रह रहे थे। बच्चे स्कूल ट्रिप पर शनिवार को महाकाल लोक का भ्रमण करने जाने वाले थे। स्कूल बस यहीं से होकर गुजरने वाली थी, इसलिए बच्चे रात में अपने माता-पिता के पास रुक गए थे। 6 साल पहले शुरू किया था डेयरी का संचालन राजेश गोयल ने बताया कि मुकेश ने कोरोना कॉल के पहले करीब 6 साल पहले डेयरी का संचालन देवास में शुरू किया था। शुरुआत में डेयरी नाथ मोहल्ले में थी। कोरोना के बाद करीब दो साल पहले मकान मालिक ने दुकान खाली करने को कह दिया था, इसके बाद उन्होंने नयापुरा में डेयरी शिफ्ट कर ली थी। बिजनेस को बढ़ाने की मंशा से अपने छोटे भाई दिनेश को देवास आने को कहा था। भाई के बुलावे पर गांव से दिनेश देवास आकर परिवार के साथ रहने लगा था। दिनेश यहां डेयरी का काम देख रहे थे। वे गांव से ही दूध लेकर आते थे। रात में देवास ही रुका करते थे। शाम सात बजे तक गांव में भी था दिनेश परिचित राजेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि दिनेश डेयरी पर ही बैठता था। उनके पास ज्यादा जमीन नहीं थी। बिजनेस से ही परिवार का भरण-पोषण चलता था। सुबह-शाम दिनेश ही गांव में दूध कलेक्शन के लिए आता था। शुक्रवार शाम करीब साढ़े 7 बजे भी वह गांव में ही था। रात करीब 8 बजे वह दूध लेकर देवास के लिए निकला था। परिजन छोटू शर्मा ने बताया सालभर से दिनेश भी देवास में ही रहकर डेयरी में हाथ बंटाने लगा था। ऐसा पता चला है कि किसी दूध का धंधा करने वाले से इनकी बहस हुई थी। हो सकता है आग लगी न हो लगाई गई हो। तार फेंकने से भी शाॅर्ट सर्किट हो सकती है। रात 1 बजे तो बड़ा भाई ही डेयरी से निकला था। उसके जाने के दो घंटे बाद रात 3 बजे हादसा कैसे हो सकता है। एक साथ निकलीं चारों अर्थियां देवास में शनिवार को एक ही परिवार के चार सदस्यों का अंतिम संस्कार पैतृक गांव विजयपुर में किया गया। सभी का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ चार अर्थियां उठने से गांव में पूरा माहौल गमगीन हो गया। मामले में देवास एसडीएम बिहारी सिंह ने बताया कि सभी मृतकों को शासन की तरफ से 16 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। प्राचार्य बोले– ट्रिप कैंसिल कर दी थी सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य सुरेश पवार ने बताया कि मृतक इशिका कक्षा पांचवी की छात्रा थी। पढ़ने में वह सामान्य थी। आज संस्कृत की परीक्षा होने से हमने बाहर जाने वाली ट्रिप पहले ही कैंसल कर दी थी। RMO बोले–50% झुलस गए थे शरीर जिला अस्पताल के आरएमओ अजय पटेल ने सभी मृतकों का पोस्टमॉर्टम किया। पटेल का कहना है कि एफएसएल और पुलिस विभाग ने बताया था कि मृतकों की आग के धुएं और जलने से मौत हुई है। सभी के शव 50 प्रतिशत झुलस गए थे। थाना प्रभारी बोलीं- शाॅर्ट पीएम रिपोर्ट नहीं मिली नाहर दरवाजा थाना प्रभारी मंजू यादव का कहना है कि अभी पीएम रिपोर्ट नहीं मिली है। हम लोग वहां थे और डॉक्टर से बात हुई है। उस आधार पर दम घुटने से ही मृत्यु होना पाया गया है। मर्ग कायम कर लिया है। प्राथमिक तौर पर यह सामने आया है कि शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगी होगी। इस कारण दो गैस टंकी फट गईं और आग तेजी से फैल गई। इसके बाद भी आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। संबंधित खबर पढ़ें… MP के देवास में सिलेंडर ब्लास्ट, 4 की मौत:नीचे डेयरी में भड़की आग; ऊपर सो रहे पति-पत्नी और 2 बच्चों की जान गई देवास में शनिवार तड़के एक घर में आग लग गई। दूसरी मंजिल पर सो रहे पति-पत्नी और दो बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नीचे डेयरी में गैस सिलेंडर के ब्लास्ट होने के कारण आग लगी है। पहली मंजिल पर डेयरी प्रोडक्ट्स रखे थे, जिससे आग बेकाबू हाे गई। पूरी खबर पढ़ें