चिंता… कलियासोत के आसपास शावक के साथ बाघिन टी-123 दिखी। इसके अलावा जहां बाघिन का मूवमेंट है, वहां ट्रैफिक का दबाव ज्यादा है। भोपाल की बाघिन टी-123 का कुनबा फिर बढ़ गया है। अभी स्पष्ट नहीं है कि उसने कितने शावक जन्मे हैं, लेकिन उसके साथ एक से दो शावक देखे गए हैं। डीएफओ लोकप्रिय भारती ने बताया कि इंप्रेशन पेड पर दो से अधिक पगमार्क मिले हैं। बाघिन टी-123 अब तक 10 शावकों को जन्म दे चुकी है, जो रिकॉर्ड है। इस समय भोपाल में 25 बाघों का मूवमेंट है। कुछ दिन पहले रात के समय एक कार चालक ने सड़क पार करते हुए बाघिन और शावक का वीडियो बनाया था। यहां पेट्रोलिंग टीम भी नदारद थी। बाघ मित्र राशिद नूर का कहना है कि इस बारे में शिकायत दर्ज कराई है। डीएफओ लोकप्रिय भारती ने बताया कि बाघिन और उसके शावकों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरे और ई-सर्विलांस बढ़ाया जा रहा है। क्षेत्र में गश्त तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के सीसीएफ राजेश खरे ने बताया कि बाघिन टी 123 के मूवमेंट पर मैदानी अमला नजर रखे हुए है। बाघिन के मूवमेंट इलाके में गश्त बढ़ाने के दिशा निर्देश डीएफओ भोपाल को दे दिए हैं। सड़क पार कर रही बाघिन को रौंदा, मौत रातापानी टाइगर रिजर्व के बाहर बिनेका और गौहरगंज के बीच जयपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे पर शुक्रवार देर रात 1 बजे अज्ञात वाहन की टक्कर से एक बाघिन की मौत हो गई। इसके चलते हाईवे पर काफी देर तक ट्रैफिक जाम लग गया। घटना के बाद रात में ही वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और बाघिन के शव को उठवाया। वन विहार के डॉक्टरों ने बाघिन का पोस्टमार्टम किया। औबेदुल्लागंज वन विभाग के एसडीओ उपेंद्र धाकड़ ने बताया कि बाघिन सड़क पार कर रही होगी, तभी यह हादसा हुआ। बाघिन की उम्र करीब एक साल है। पूरे प्रोटोकाल के तहत बाघिन का अंतिम संस्कार किया गया।