बालाघाट में तीन दिन पहले नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुए हॉक फोर्स के जवान शिवम कुमार शर्मा को बुधवार को गोंदिया से एयरलिफ्ट कर एयर एंबुलेंस से दिल्ली के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। अब वहां विशेषज्ञों की टीम उसका इलाज करेगी। बता दें कि 17 नवंबर को बालाघाट के कुंदुल के जंगल में हॉक फोर्स और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें मुरैना निवासी आरक्षक शिवम कुमार शर्मा के सिर पर गोली लगी थी। उसे गोंदिया के यूनाइटेड हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। वहीं सूत्रों का कहना है कि जवान के सिर में लगी गोली अब तक निकल नहीं पाई है। इसलिए उसे शिफ्ट किया गया है। वहीं बुधवार दोपहर पत्रकारों से बातचीत में बालाघाट एसपी नगेन्द्र सिंह ने घायल जवान को खतरे से बाहर बताया है। उनका कहना था कि गोंदिया के यूनाइटेड हॉस्पिटल में न्यूरो सर्जन डॉ. वैभव नासरे घायल जवान का इलाज कर रहे थे। वह अभी खतरे से बाहर है। सीएम के निर्देश पर जवान को एडवांस उपचार देने के लिए एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में भिजवाया गया है। जहां विशेषज्ञों की टीम इलाज करेगी। 18 नवंबर को परिवार से मिले थे डीजीपी गौरतलब है कि घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घायल जवान का इलाज कर रहे गोंदिया के न्यूरो सर्जन से मोबाइल पर जानकारी ली थी, जिसके बाद सीएम के निर्देश पर 18 नवंबर को डीजीपी सुधीर सक्सेना, एडीजी इंटेलिजेंस योगेश देशमुख और आईजी अंशुमान सिंह ने गोंदिया में घायल जवान का हाल जाना और परिजनों से मुलाकात की। डॉक्टर से चर्चा की। इसके एक दिन बाद जवान को एयरलिफ्ट किया गया।