मध्यप्रदेश में भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के एकमात्र विधायक कमलेश्वर डोडियार एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दरअसल, 5 दिसंबर को डोडियार का जिला अस्पताल के डॉक्टर सीपीएस राठौर से विवाद हुआ था। डॉ. राठौर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर डोडियार ने 11 दिसंबर को आंदोलन का ऐलान किया था, मगर पुलिस ने उन्हें आंदोलन से पहले ही हिरासत में ले लिया। ये कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि विधायक डोडियार पूरे साल भर विवादों में ही रहे हैं। उन पर 1 करोड़ रुपए रंगदारी के आरोप लगे तो एकलव्य स्कूल के प्रिंसिपल ने कलेक्टर को पत्र लिखा कि विधायक की वजह से काम करने में दिक्कत आ रही है। हालांकि, चुनाव से पहले उनपर जो रेप का आरोप लगा था उससे वो बरी हो चुके हैं। इस एक साल में क्षेत्र के विकास को लेकर कोई बड़ी उपलब्धि उनके नाम पर दर्ज नहीं है। हालांकि, वह दावा करते हैं कि उन्होंने क्षेत्र के विकास के कई काम किए हैं। भास्कर ने डोडियार से पूछा कि वो अक्सर विवादों में क्यों रहते हैं तो उन्होंने कहा कि जो आदमी चलता है वो दिखता है। पढ़िए एक साल में कौन-कौन से विवादों में घिरे विधायक कमलेश्वर डोडियार अब सिलसिलेवार जानिए इन विवादों के बारे में 1.डॉक्टर से विवाद के बाद वीडियो वायरल, केस दर्ज : कमलेश्वर डोडियार का ये सबसे ताजा विवाद है। वो 5 दिसंबर को अचानक रतलाम जिला अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में डॉ. सीपीएस राठौर ड्यूटी पर थे। इस दौरान डॉक्टर के साथ उनका विवाद हो गया। विधायक ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने उनके साथ गाली गलौज की। घटनाक्रम का 2 मिनट 53 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। विधायक डोडियार की शिकायत पर डॉ. सीपीएस राठौर के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति एवं अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ। इसके बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने कलेक्टर और एसपी से मिलकर विधायक की शिकायत की थी। इस शिकायत पर पुलिस ने विधायक डोडियार सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया। करणी सेना ने भी खोला मोर्चा
डोडियार ने इस दौरान जिला अस्पताल का निरीक्षण भी किया था। इस दौरान उनकी एक टिप्पणी से राजपूत समाज भी नाराज हो गया । दरअसल, निरीक्षण के दौरान उनका एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। जिसमें वह एक वार्ड में खड़े हैं। पास ही में डॉक्टर और स्टाफ के बाकी लोग खड़े हैं। विधायक इसमें कह रहे हैं- मैं मानता हूं तुम बड़ी कास्ट के लोग हो राजपूत हो जो भी हो। इतने बड़े राजा महाराजा हो तो सरकारी नौकरी करने नहीं आना चाहिए । बिजनेस करो। ऐसा नहीं चलेगा। मुझे शर्म आएगी मुकदमा कराउंगा तो लोग क्या कहेंगे विधायक ने डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा कराया। मेरे खिलाफ 20 मुकदमे चल रहे हैं मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। वीडियो में राजपूत समाज को लेकर की गई टिप्पणी से श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष शिवप्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा है कि तीन दिन में विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, नहीं तो श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना उग्र आंदोलन करेगी। 2. कलेक्टर को कहा- तेरे बाप का राज है क्या : अस्पताल में हुए विवाद और मामला दर्ज होने के बाद कमलेश्वर डोडियार 8 दिसंबर को राजस्थान के बांसवाड़ा पहुंचे थे। यहां मंच से भाषण के दौरान उन्होंने रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम को जमकर खरी खोटी सुनाई। डोडियार वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि ‘अभी उनकी तैयारी चल रही है कि धारा 144 लगा दो। बोले कि 100 मीटर के आसपास नहीं आना। मैंने बोला पहले तो इसको हटा। तेरे बाप का राज है क्या? कुछ भी ऑर्डर निकाल देगा। कलेक्टर तेरे इशारे पर जिला नहीं चलेगा, कानून के हिसाब से चलेगा।’ डोडियार ने कहा कि इतना बवाल हुआ रतलाम में, पूरी दुनिया देख रही है। कलेक्टर ने ऑर्डर निकाल दिया है। मैंने कलेक्टर को बोल दिया है, कलेक्टर कैसे बने हैं? एक-दो बात पर शंका है। कलेक्टर तो आईएएस बनता है, वो आदमी एमपीपीएससी वाला कैसे बन गया? सवाल नंबर एक तो यह हो गया। सवाल नंबर दो, हमें जानकारी मिली है कि उनका एससी का, शेड्यूल कास्ट का सर्टिफिकेट फर्जी में लगा रखा है। इस भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। हांलाकि, कलेक्टर ने इस पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था। 3. स्कूल प्रिंसिपल ने लिखा विधायक के खिलाफ लेटर : यह शिकायत सैलाना के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के प्रिंसिपल ने कलेक्टर से की है। इसके जरिए विधायक पर स्कूल में बेवजह हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। लेटर में लिखा कि सैलाना विधायक कमलेश डोडियार के आए दिन हस्तक्षेप के कारण विद्यालय का काम नहीं कर पा रहे हैं। प्रिंसिपल ने लेटर लिखकर कलेक्टर से मार्गदर्शन मांगा है। इस मामले में भास्कर ने जब स्कूल प्रिंसिपल नरेंद्र सिंह गंगवार से बात की तो उन्होंने कहा था कि कलेक्टर स्कूल के चेयरमैन होने के साथ ही जिले के मुखिया भी है। इसलिए उनसे मार्गदर्शन मांगा है। दरअसल, 13 नवंबर को सैलाना के एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल के विद्यार्थी कलेक्टर से मिलने से पैदल निकल गए थे। सभी स्कूल से 400 मीटर दूर पहुंचे ही थे कि सैलाना एसडीएम मनीष जैन ने सभी को रोककर समस्या सुनी। इसके बाद 8 दिन में निराकरण का आश्वासन मिलने के बाद सभी स्कूल गेट पर पहुंचे थे। इसी दौरान सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार भी पहुंच गए थे। विद्यार्थियों के साथ स्कूल गेट पर धरने पर बैठ गए। विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर स्कूल प्रिंसिपल से भी उन्होंने सवाल-जवाब किए थे। 4. मेडिकल स्टोर संचालक से मांगे 1 करोड़, एफआईआर दर्ज : इसी साल फरवरी में विधायक कमलेश्वर डोडियार के खिलाफ बाजना स्थित मेडिकल स्टोर संचालक तपन राय ने शिकायत की थी। तपन राय ने एक वीडियो भी जारी किया था। राय ने वीडियो में कहा कि 19 फरवरी को करीब 4 बजकर 10 मिनट पर विधायक साहब का कॉल आया। उन्होंने कहा कि तुम अवैध रूप से मेडिकल चला रहे हो। मुझसे मिलो। नहीं तो ठीक नहीं रहेगा। उसी दिन मैं उनसे मिलने गया। उनके गार्ड ने मेरी चेकिंग कर मोबाइल बाहर ही रख लिया। मैं अंकल को साथ ले गया था, लेकिन उन्हें बाहर कर दिया। मुझसे पूछा गया कि क्या डिग्री है। मैंने कहा कि फार्मासिस्ट हूं, तब उन्होंने (विधायक) कहा कि मेरे क्षेत्र में रहने नहीं दूंगा। उन्होंने धीरे से इशारा किया, कितने दे सकते हो। उन्होंने मुझे 1 करोड़ रुपए देने को कहा। 23 फरवरी को वह मेरे मेडिकल स्टोर पर आकर बैठ गए। मुझे कहा कि हमारे विधायक प्रतिनिधि दशरथ डिंडोर को बात करने के लिए भेजा था, उनसे बात क्यों नहीं की। मौका दिया तो नौबत यहां तक नहीं आती। जाते-जाते कहते गए कि तेरे को जेल भेजकर मानूंगा। इसके बाद तपन राय की शिकायत के बाद पुलिस ने विधायक डोडियार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था। ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसी महीने की 16 तारीख को मामले की अगली सुनवाई होगी। कपास और सोना-चांदी व्यापारियों ने भी शिकायत की
एक करोड़ रुपए मांगने की शिकायत के मामले में हुई FIR के बाद विधायक के खिलाफ सरवन क्षेत्र के कपास व्यापारियों और सोना-चांदी संघ ने भी थाने में अलग-अलग शिकायतें की थीं। कपास व्यापारियों ने अपनी शिकायत में कहा था कि विधायक कमलेश्वर डोडियार और उनसे जुड़े लोगों ने व्यापारियों को डरा धमकाकर कुल 16 लाख रुपए वसूल किए। ऐसी ही शिकायत सोना-चांदी संघ के व्यापारियों की ओर से भी की गई थी। सैलाना के एक होम्योपैथी डॉक्टर ने सैलाना थाने में विधायक प्रतिनिधि शिवा गेहलोत के खिलाफ 5 हजार रुपए मांगने की शिकायत की थी। उस समय पुलिस ने इन सभी मामलों की जांच का भरोसा दिया था। चुनाव से पहले 20 मामले, इसी साल रेप के आरोपों से बरी
पिछले साल चुनाव के दौरान कमलेश्वर डोडियार ने अपने चुनावी हलफनामे में 20 आपराधिक मामले दर्ज होना बताया था। उन पर साल 2022 में एक युवती ने रेप का केस दर्ज कराया था। युवती ने एसपी को शिकायत की थी कि डोडियार ने उससे सगाई की, शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। जब उसने शादी की बात की तो जान से मारने की धमकी दी। दिसंबर 2023 में डोडियार चुनाव जीतकर विधायक बने। जिसके बाद फरवरी 2024 में रतलाम कोर्ट ने उनका प्रकरण विशेष न्यायालय इंदौर को भेजने के आदेश दिए। इस मामले में अगस्त 2024 में कोर्ट का फैसला आया। कोर्ट ने विधायक को रेप के आरोप से बरी कर दिया। भास्कर के विधायक से 5 सवाल, बोले- रोज सुर्खियों में आऊंगा कमलेश्वर डोडियार को पुलिस ने हिरासत में लिया उससे पहले भास्कर ने डोडियार से फोन पर बातचीत की। 1. एक साल के कार्यकाल की क्या उपलब्धि मानते हैं
जवाब: अभी आंदोलन के कार्यक्रम में व्यस्त हूं, इसके बारे में बाद में बता सकूंगा। 2. विवादों में आपका नाम क्यों आता है?
जवाब: जो आदमी चलता है वो दिखाई देता है, जो बिस्तर में सो जाए वो दिखाई नहीं देता। 3. आपके खिलाफ केस दर्ज हो रहे हैं?
जवाब: जो आदमी लड़ता है, उसको चोट लगती है। मुझे चोट मारने की कोशिश की है। लेकिन इन चोटों से मैं डरता नहीं हूं। 4. आज चुनाव हो तो कितने वोटों से जीत होगी।
जवाब: ये तो जनता बताएगी।