रायसेन में नाबालिग से रेप के आरोपी महंत ने पुलिस कस्टडी में जहर पी लिया। जिला अस्पताल लाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। डीएनए रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद महंत को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। महिला थाने की प्रभारी आपला सिंह मौका मुआयना कराने मंगलवार को लेकर घटनास्थल आश्रम सिलवानी पहुंची थी। जहां महंत ने टॉयलेट जाने का बोला और आश्रम के पीछे जाकर जहर पी लिया। इस दौरान तबीयत बिगड़ने पर पुलिस उसे सिलवानी अस्पताल लेकर पहुंची। यहां प्राथमिक उपचार के बाद रायसेन जिला अस्पताल रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही महंत की मौत हो गई। घटना के बाद महंत के शिष्य और परिजनों ने महंत लगे आरोपों को गलत बताया है। महंत के शिष्य और परिजनों ने लगाए आरोप महंत की मौत के बाद जिला अस्पताल में शिष्य भैरव प्रसाद शास्त्री सहित परिजनों ने इस पूरे घटनाक्रम को जमीन से जुड़ा हुआ बताया है। उन्होंने कहा कि मंदिर की 300 एकड़ जमीन है। जिस कारण कुछ लोग उन्हें हटाने का षड्यंत्र रच रहे थे। इसी दौरान महंत को एक नाबालिग के झूठे रेप केस में फसाया गया था। पुलिस ने उन्हें कल शाम 4 बजे गिरफ्तार किया गया था। पूरी रात पुलिस ने उन्हें अपने साथ रखा। एएसपी- आरोप सिद्ध होने के बाद पुलिस ने किया अरेस्ट अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश खरपुसे ने कहा कि जनवरी में महंत महेंद्र विजय रामदास के खिलाफ महिला थाने में नाबालिग से रेप की शिकायत की गई थी। इसके बाद नाबालिग गर्भवती हो गई। पुलिस ने करीब दो माह पहले डीएनए टेस्ट कराया गया था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद महंत पर आरोप सिद्ध हो गया। तब पुलिस ने महंत को गिरफ्तार किया था। मंगलवार को महंत को मौका मुआयना करने के लिए आश्रम ले जाया गया था। इसी दौरान टॉयलेट जाने के बहाने उसने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। पुलिस जांच कर रही है।