सीहोर के आष्टा में रहने वाले व्यवसायी मनोज परमार ने पत्नी नेहा के साथ दो दिन पहले सुसाइड कर लिया था। मनोज ने अपने सुसाइड नोट में ईडी अफसरों पर बीजेपी में शामिल होने का आरोप लगाया। इस मामले को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक राजनीति गर्म है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को फिर से मनोज परमार के बच्चों से फोन पर बात की। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी आष्टा पहुंचे और मनोज परमार के बच्चों से राहुल गांधी की फोन पर बात कराई। मनोज परमार की बेटी ने राहुल गांधी से कहा, ‘हमने आपसे कभी कुछ नहीं मांगा। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी कुछ नहीं बोला। मैं आपसे इतना मांगती हूं कि मां-बाप का साया उठ गया है, लेकिन हमें आपसे उम्मीद है। आप एक बार तो हमारे पास आएंगे न?’ राहुल गांधी ने बच्चों को सांत्वना देते हुए कहा, ‘घबराओ मत।’ अब पढ़िए राहुल गांधी और सुसाइड करने वाले व्यवसायी मनोज परमार के बच्चों के बीच हुई पूरी बातचीत राहुल: हैलो, कैसे हो बेटा?
परमार का बेटा: मैं बढ़िया हूं सर, आप कैसे हैं? राहुल: मैंने तो ये बहुत खराब चीज सुनी, क्या हुआ?
परमार का बेटा: सर, वो बार-बार बीजेपी की तरफ से प्रेशर आ रहा था कि बच्चों को बीजेपी जॉइन करवा दो, तो पापा ने सुसाइड करना उचित समझा। राहुल: उफ्फ! और मम्मी ने भी?
परमार का बेटा: जी सर, पापा – मम्मी दोनों ने…। राहुल: और आपको कुछ नहीं पता था?
परमार का बेटा: नहीं सर, हमें कुछ भी नहीं पता था। बार-बार ईडी की साइड से प्रेशर आ रहा था कि बच्चों को बीजेपी जॉइन करवा दो। राहुल: उफ्फ! पागल लोग हैं बिल्कुल, अब बच्चे, क्या कर रहे हैं आप लोग?
परमार का बेटा: सर, क्रियाकर्म की तैयारी कर रहे हैं। राहुल: और बाकी भाई-बहन?
परमार की बेटी: हेलो सर, मैंने आज तक आपसे कुछ नहीं बोला, यात्रा के दौरान भी…। सर, मैं आपसे इतना कहना चाहती हूं कि मां-बाप का साया उठ गया, पर हमें आपसे उम्मीद है कि आप आएंगे एक बार, आप आएंगे? राहुल: आप घबराओ मत, जीतू अभी सिचुएशन क्या है?
जीतू पटवारी: सर, सिचुएशन यह है कि इनके मदर-फादर ने एक सुसाइड नोट दिया है, ये बच्चों ने मुझे कल बताया है। मैं कल सुबह ही यहां आ गया था। ईडी का कोई साहू अधिकारी था, उसने बहुत प्रेशर बनाया। बीजेपी जॉइन करो, दस तरह की बातें। अभी उनका अंतिम संस्कार हो गया है। अभी मैं आपकी बात कराने के लिए फिर से यहां आया हूं। इनका दो-तीन दिन की तैयारी है, उसके फादर लिखकर गए हैं कि आपको ध्यान रखना है, तो वो सब करेंगे। राहुल: ये बच्चे क्या कर रहे हैं?
पटवारी: ये बच्चे सब स्कूल जाते हैं। परमार की बेटी: सर, हमारे यहां एक-डेढ़ महीने तक कहीं जाते नहीं हैं।
पटवारी: सर, देख लेंगे आपका शेड्यूल बन सकता है तो ठीक, नहीं तो हम इनको लेकर आपके पास आ जाएंगे। राहुल: कर लेंगे, अभी ये सब पूरा हो जाएगा, फिर मेरे पास ले आना कुछ तरीका निकालेंगे। एग्जेक्टली कहां पर है ये?
पटवारी: ये सर, भोपाल से लगा हुआ है। सीहोर जिला है, भोपाल से 100 किलोमीटर। चौपर से बना लेंगे। राहुल: अंतिम संस्कार और बाकी सब कब खत्म होगा?
पटवारी: सर, 11 दिन तो ये सब चलता है, फिर 45 दिन कोई घर से नहीं निकलता। राहुल: ठीक है।
पटवारी: सर, ये सबसे छोटा बेटा है, इससे बात कर लीजिए (परमार का छोटा बेटा बहन से लिपटकर रोने लगता है, फिर राहुल से बेटी बात करती है)
परमार की बेटी: उसका भी यही कहना है कि आप एक बार आ जाइए बस…। इस मामले से जुड़ी ये खबरें पढ़िए आष्टा के गुल्लक वाले कारोबारी का सुसाइड:पत्नी फंदे से लटकी मिली; लिखा-ईडी अफसर ने कहा था, BJP में होते तो केस न होता
सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला है। 8 दिन पहले 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने परमार के इंदौर और सीहोर स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। यहां पढ़ें पूरी खबर ईडी ने मनोज परमार को बताया आदतन अपराधी
सीहोर के आष्टा में शुक्रवार सुबह पत्नी के साथ फांसी लगाकर खुदकुशी करने वाले कारोबारी मनोज परमार ने सुसाइड नोट में ईडी पर परेशान करने के आरोप लगाए थे। इस मामले में शनिवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने अपना बयान जारी किया है। ईडी की ओर से कहा गया कि मनोज परमार के घर पर कानूनी प्रक्रिया के तहत ही सर्चिंग की थी। उन्हें बयान के लिए भोपाल कार्यालय में बुलाया था, लेकिन वे अपनी पत्नी के साथ हाजिर नहीं हुए। ई़डी ने मनोज परमार को आदतन अपराधी बताया। कहा कि उनके खिलाफ बलात्कार, बैंक अफसरों को धमकाना और धोखाधड़ी के कई अन्य मामले दर्ज हैं। ईडी ने ये भी कहा कि 5 दिसंबर को अलावा ईडी का कोई अधिकारी कभी उनके घर नहीं गया। यहां पढ़ें पूरी खबर…