मध्य प्रदेश के देवास में बीते शनिवार को गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से एक घर में भीषण आग लग गई। इस हादसे में पति-पत्नी समेत दो बच्चों की मौत हो गई। दरअसल घर के नीचे डेयरी थी, जहां गैस सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ। इसके कारण दूसरी मंजिल पर धुआं भर गया, जिससे चारों लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। ऐसा हादसा पहली बार नहीं हुआ है। गैस सिलेंडर ब्लास्ट की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। अधिकांश मामलों में लापरवाही इसकी बड़ी वजह है। LPG बहुत तेजी से आग पकड़ती है, जिससे विस्फोट होने से जानमाल का नुकसान हो सकता है। इसलिए घर में गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि गैस सिलेंडर के इस्तेमाल के दौरान किन बातों का ध्यान रखें? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: साजिद खान, असिस्टेंट फायर ऑफिसर, अग्निशमन विभाग, भोपाल सवाल- गैस सिलेंडर में ब्लास्ट कब हो सकता है? जवाब- भोपाल के असिस्टेंट फायर ऑफिसर साजिद खान बताते हैं कि गैस सिलेंडर ब्लास्ट का सबसे बड़ा कारण गैस लीक होना है। इसके अलावा गैस सिलेंडर को सीधे धूप में रखने या ऊंचाई से गिरने पर उसमें गैस का दबाव बढ़ जाता है, जिससे गैस ब्लास्ट हो सकता है। इसके कुछ अन्य कारण भी हैं। जैसेकि- सवाल- LPG गैस सिलेंडर का प्री-डिलीवरी टेस्ट कराना क्यों जरूरी है? जवाब- अक्सर लोग गैस सिलेंडर की डिलीवरी के समय उसका वजन चेक करते हैं। जबकि सेफ्टी के लिए सिलेंडर का प्री-डिलीवरी टेस्ट कराना भी जरूरी है। बिना प्री-डिलीवरी जांच के सिलेंडर लेना भविष्य में दुर्घटना का कारण बन सकता है। सवाल- किसी भी सिलेंडर का प्री-डिलीवरी टेस्ट कैसे किया जाता है? जवाब- ग्राहकों को सिलेंडर लेने से पहले डिलीवरी बाॅय से उसका प्री-डिलीवरी टेस्ट कराना चाहिए। इसमें कुछ चीजों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- सवाल- गैस सिलेंडर एक्सपायर तो नहीं हुआ है, यह कैसे चेक कर सकते हैं? जवाब- गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट उसके ऊपर की तीन चौड़ी पट्टियों पर एक कोड की तरह लिखी होती है। ये कोड कुछ इस तरह से होते हैं। जैसे A-25, B-26, C-27 या D-28। इस कोड में ABCD का मतलब महीने से होता है, वहीं नंबर्स उसके एक्सपायरी वर्ष के बारे में बताते हैं। इसे ऐसे समझिए- मान लीजिए कि आपके गैस सिलेंडर पर B-27 लिखा है तो आपका सिलेंडर वर्ष 2027 में अप्रैल से जून के बीच एक्सपायर हो जाएगा। सवाल- गैस सिलेंडर के इस्तेमाल के दौरान किस तरह की गलतियां नहीं करनी चाहिए? जवाब- घर या दुकान में LPG सिलेंडर का इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जैसेकि गैस सप्लाई पाइप कहीं से फटा तो नहीं है और गैस लीक तो नहीं हो रही है। इसके अलावा भी कुछ चीजें हैं, जिनका ध्यान रखना जरूरी है। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- सवाल- सिलेंडर से गैस लीकेज तो नहीं हो रही है, इसका कैसे पता लगा सकते हैं? जवाब- असिस्टेंट फायर ऑफिसर साजिद खान बताते हैं कि गैस लीकेज हो रही है या नहीं, इसकी जांच आप सूंघकर भी कर सकते हैं। LPG सिलेंडर में एथिल मर्कैप्टन (केमिकल) मिलाया जाता है, जिससे गैस रिसाव होने पर सड़े हुए अंडे, प्याज या लहसुन जैसी गंध आती है। अगर ऐसी गंध आती है तो ये गैस लीकेज का संकेत हो सकती है। इसके अलावा पानी की मदद से भी गैस लीकेज चेक कर सकते हैं। इसके लिए सिलेंडर में रेगुलेटर लगाने वाली जगह पर थोड़ा पानी डालें। अगर उसमें से बुलबुले उठ रहे हैं तो ये संकेत होता है कि गैस लीक हो रही है। सवाल- गैस सिलेंडर से गैस लीक होने पर क्या करें? जवाब- अगर गैस लीक हो रही है तो घबराएं नहीं, बल्कि इसके लिए तुरंत कुछ सुरक्षा उपाय अपनाएं। सबसे पहले रेगुलेटर बंद करें। अगर आसपास कहीं कोई ज्वलनशील चीज रखी है तो उसे बाहर निकाल दें। इसके अलावा और कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- सवाल- अगर सिलेंडर से गैस लीकेज हो तो किससे शिकायत कर सकते हैं? जवाब- LPG गैस से जुड़ी इमरजेंसी शिकायत के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1906 पर कॉल करें। यह नंबर 24*7 उपलब्ध है। शिकायत के लिए आपको अपने गैस कनेक्शन का अकाउंट नंबर बताना होगा। इसके बाद गैस कंपनी या आपदा प्रबंधन विभाग आपकी मदद करेगा। सवाल- गैस सिलेंडर में आग लग जाए तो क्या करें? जवाब- हमेशा ध्यान रखें कि गैस लीक होने से अगर सिलेंडर में आग लगी है तो सिलेंडर एकदम से नहीं फटेगा। इसलिए बिना घबराए किसी सूती चादर, कंबल या बड़ी टॉवल को पानी में भिगोकर सिलेंडर पर झटके से लपेट दें। इससे आग बुझ जाएगी। ………………….. जरूरत की ये खबर भी पढ़ें जरूरत की खबर- रूम हीटर से महिला की मौत:इस्तेमाल के दौरान न करें ये 7 गलतियां सर्दियों में लोग घर या कमरे को गर्म रखने के लिए रूम हीटर या ब्लोअर का सहारा लेते हैं। रूम हीटर कुछ ही मिनटों में कमरे को गर्म कर देता है। हालांकि, इसके इस्तेमाल के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए। जरा सी लापरवाही जानलेवा हो सकती है। पूरी खबर पढ़िए…