इंसान की हैवानियत इस कदर बढ़ चुकी है कि अब जानवरों से भी रेप जैसे जघन्य अपराध करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हाल ही में मुंबई के सटे नायगांव में डेढ़ महीने के कुत्ते के साथ रेप की घटना समाने आई है। इस बात का खुलासा टीवी एक्ट्रेस जया भट्टाचार्य ने दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान किया। जया भट्टाचार्य ने बताया- हमारा एक डॉग रेस्क्यू एनजीओ है। पिछले गुरुवार को नायगांव से एक लड़की का फोन आया। उसने बताया कि नायगांव के पास टिमरी गांव के एक चाल में तीन दिन से लगातार 24 साल का एक युवक डेढ़ महीने के कुत्ते से रेप कर रहा है। उस लड़की ने बताया कि उस युवक की ऐसी घिनौनी हरकत देखकर पहले उसकी मां से इसके बारे में शिकायत की। लड़के की मां ने अपने ही बेटे का सपोर्ट करते हुए कहा कि जो करना कर लो। मैं अपने बेटे को मेंटली चैलेंज्ड बताकर छुड़ा लूंगी। जया भट्टाचार्य ने आगे बताया- यह घटना पिछले गुरुवार की शाम की है। शुक्रवार को जब हम लोग इसकी शिकायत करने नायगांव पुलिस स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि उस लड़के ने शिकायत करने वाली लड़की को धमकाया था। वह लड़की अकेली ही नायगांव में रहती है। अपराधी लड़के ने उस लड़की को धमकाया कि अगर इसकी शिकायत कहीं भी की तो वह उसके और उसकी मां के साथ भी वैसा ही बुरा बर्ताव करेगा। यहां तक कि जिन 10 कुत्तों को खाना खिलाती है उन सबको जहर दे देगा। हमने नायगांव पुलिस स्टेशन मे FIR दर्ज कराई है, लेकिन इसके बावजूद अपराधी को छोड़ दिया गया है। अभी हम चार्जशीट का इंतजार कर रहे हैं। उसे हम ऐसे छोड़ने के मूड में नहीं है। यह केवल इस पपी (कुत्ते)के बारे में नहीं है,बल्कि उन सभी मूक प्राणियों के बारे में है, जो केवल कुछ महीने के हैं, जो अपना दर्द बयां नहीं कर सकते, जो अपना बचाव नहीं कर सकते। मैं पपी को अपने घर लेकर आई हूं। मेरी दोस्त जानवरों की डॉक्टर हैं, वो पपी का इलाज कर रही हैं। हम न्याय की मांग करते हैं और हम इसे जल्द से जल्द चाहते हैं, इससे पहले कि देश बर्बाद हो जाए। आज समाज इतना विकृत हो चुका है कि इंसान अब जानवरों को भी नहीं छोड़ रहा है। यह विकृत मानसिकता अब बर्दाश्त के बाहर हो चुकी है। एक्ट्रेस शिबानी दांडेकर ने जया भट्टाचार्य की बात का समर्थन करते हुए पपी के बारे में कहा कि मैं उसके लिए एक सुरक्षित और प्यार भरा घर ढूंढने में मदद करना चाहूंगी। इस मुद्दे पर एक्ट्रेस रोजलीन खान ने भी दैनिक भास्कर से बात की। उन्होंने कहा- असल में, अभी तक जानवरों के लिए हमारे देश में कोई ठोस कानून नहीं है। यहां कुछ एनजीओ हैं जिनसे मैं जुड़ी हूं, और एक पुलिस अफसर भी हैं जो इस मामले में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। जब ऐसे केस होते हैं तो वो रजिस्टर करते हैं, लेकिन कई बार पालतू जानवरों को छोड़ दिया जाता है। फिर लोग उनका ध्यान नहीं रखते। कई सोसायटी में भी ऐसा हो रहा है, जहां पालतू जानवरों के साथ बुरा व्यवहार होता है। मेरी सोसायटी में भी कुछ बिल्लियां थीं, जिनका क्या हुआ, हमें नहीं पता। पालतू जानवरों के साथ बहुत कुछ हो रहा है, उसके लिए ऐसा कोई कानून नहीं है जो सख्त एक्शन ले सके, क्योंकि उनके लिए कोई आवाज उठाने वाला नहीं है। हमें इस पर कुछ करना पड़ेगा। अभी जो हाल ही में मामला हुआ है। मैं उसके बारे में जान पाई हूं, लेकिन ऐसे घटनाएं बार-बार होती हैं। ये पहला मामला नहीं है, और ये फिर से हो सकता है। हम इसके बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन कुछ दिन बाद लोग भूल जाएंगे। फिर किसी दूसरे जानवर के साथ ऐसा हो जाएगा। हम मदद नहीं कर पा रहे हैं। हम चाहते है कि सख्त कानून लागू हो। इसके लिए हमें एक उदाहरण भी सेट करना होगा। जो हाल में घटना हुई है, उस पर क्या कार्रवाई होती है, ये बहुत महत्वपूर्ण है। अगर इस पर सख्त कदम उठाए जाएंगे, तो लोग ऐसी घिनौनी हरकतें करना बंद कर देंगे।