फिल्ममेकर निखिल आडवाणी ने हाल ही में एक्टर्स के मेकअप और हेयर आर्टिस्ट्स से जुड़ी इंट्रेस्टिंग बात शेयर की है। उन्होंने कहा- फिल्मों के सेट पर मेकअप के लिए मेल आर्टिस्ट को काम पर रखा जाता है, लेकिन हेयर डिपार्टमेंट में ज्यादातर फीमेल स्टाइलिस्ट ही होती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एक्ट्रेसेस बाल छूने पर सेक्सुअली अराउज्ड हो जाती हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को कम काम मिलता है- निखिल अमेजन प्राइम के ओ वुमनिया राउंडटेबल डिस्कशन में ऋचा चड्ढा, अनन्या पांडे, अनुपमा चोपड़ा और निखिल आडवाणी सहित कई लोग शामिल हुए थे। इस पैनल में बातचीत के दौरान एक सवाल पूछा गया कि महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले कितना काम मिलता है। ‘170 में से 9 नौकरियां ही महिलाओं के लिए सूटेबल मानी जाती हैं’ जिसका जवाब देते हुए फिल्ममेकर निखिल ने कहा- एक प्रोजेक्ट के लिए बजट तैयार करते टाइम, डेटा कलेक्ट किया गया था। जिसे देखकर मैं हैरान हो गया था कि लगभग 170 में से केवल 9 नौकरियां ही महिलाओं के लिए सूटेबल मानी जाती हैं। हेयर स्टाइल के लिए होती हैं महिलाएं- निखिल निखिल के जवाब पर एक पैनलिस्ट ने कहा कि ऐसा नहीं है अब तो महिलाओं को हेयर, मेकअप और वॉर्डरोब के अलावा दूसरे डिपार्टमेंट में भी काम पर रखा जा रहा है। उनकी इस बात पर फिल्ममेकर ने जवाब देते हुए कहा, मेरे पास हेयर और मेकअप आर्टिस्ट को लेकर एक मजेदार बात है। मैं बताता हूं कि हेयर दीदी क्यों होती है और मेकअप दादा क्यों होते हैं। महिलाओं के मेकअप के लिए होते हैं पुरुष- निखिल फिल्ममेकर निखिल ने कहा- ‘जब कोई पुरुष किसी महिला की गर्दन के पीछे छूता है तो महिलाएं सेक्सुअली अराउज्ड हो जाती हैं। यूनियन इसकी अनुमति नहीं देता कि हेयर के लिए कोई मेल आर्टिस्ट हो।’ सेक्सुअली अराउज्ड हो जाती हैं महिलाएं- निखिल निखिल की इस बात पर ऋचा चड्ढा ने पूछा कि उन्हें ये कैसे पता। निखिल ने जवाब देते हुए कहा, ‘जब कोई महिला आपके बाल छुएगी तो आप अराउज्ड नहीं होंगी। ये लॉजिक है। जब हमने मिकी कॉन्ट्रैक्टर के साथ काम करना शुरू किया, तो हमें उसे एक महिला को काम पर रखने के लिए कहना पड़ा था।’