पटना यूनिवर्सिटी में लाठीचार्ज के विरोध में छात्रों का आंदोलन उग्र हो गया है। सैंकड़ों की संख्या में छात्रों ने गुरुवार को कुलपति कार्यालय और यूनिवर्सिटी कैंपस का घेराव किया। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विरोध-प्रदर्शन के बीच कैंपस को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद हैं। लाठीचार्ज में 12 छात्र हुए थे घायल छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर स्टूडेंट्स पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। बुधवार देर शाम पीयू के गेट पर प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों को समझाने के लिए पुलिस पहुंची, लेकिन वो नहीं माने। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें करीब 12 लोग घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। हमारी आवाज को दबाया जा रहा है छात्रों का कहना है कि 2 साल से चुनाव नहीं हुआ है। यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। आवाज उठाने पर लाठीचार्ज किया गया है। अब हम अपनी मांग और मजबूती से रखेंगे। 2022 के बाद नहीं हुआ चुनाव पीयू में छात्र संघ चुनाव 2022 के नवंबर में हुआ था। इसमें पांच पदों के लिए वोटिंग हुई थी। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, महासचिव और कोषाध्यक्ष पदों पर सभी छात्र संगठनों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे थे। अध्यक्ष पद पर जदयू के आनंद मोहन ने जीत दर्ज की थी। इसके साथ ही जदयू से ही उपाध्यक्ष पद पर विक्रमादित्य, सचिव पद पर संध्या और कोषाध्यक्ष पद पर रविकांत को जीत मिली थी। वहीं, महासचिव पद पर एबीवीपी के विपुल ने जीत दर्ज की थी।