लखनऊ के दुबग्गा इलाके में 42 साल के व्यक्ति ने फांसी लगाकर जान दे दी। पत्नी झगड़े के बाद मायके चली गई थी। जिसके बाद से युवक घर से बाहर नहीं निकला। आसपास ने लोग अशंका जताकर घर के पास गए तो बदबू आ रही थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। रवि मिश्रा के अनुसार बडे भाई रामजीवन(42) भमरौली स्थित न्यू कालोनी में पत्नी शीलू के साथ रहते थे। वह सहादतगंज में टीवी सेटअप बॉक्स लगाने का काम करता था। रामजीवन की 6 साल पहले सीतापुर के अटरिया निवासी शीलू से सादी हुई थी,पत्नी से अक्सर लड़ाई झगड़ा होता था। रविवार को दोनों में भी मारपीट हुई थी। जिससे बाद डायल 112 को सूचना दी भी गई थी। दोनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया था। लेकिन मृतक की पत्नी शीलू नाराज होकर अपने मायके अटरिया चली गई थी। जिससे बाद रामजीवन घर पर अकेला ही था। तीन चार दिन से रामजीवन कही दिखाई नही दे रहा था। इस पर आसपास के लोग घर के पास जाकर देखा तो घर से बदबू आ रही थी। जिससे सूचना पुलिस को दी। मौके पर पंहुची पुलिस घर के मेन गेट पर ताला लगा होने से सीढ़ी लगाकर छत से घर में उतर कर देखा तो रामजीवन के कमरे का दरवाजा खुला था। जबकि वह जमीन पर निर्वस्त पड़ा हुआ था। मृतक के शरीर पर खरोंच के निशान थे। इंस्पेक्टर अभिनव कुमार वर्मा ने बताया शव दो-तीन दिन पुराना लग रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है,रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।