मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में गुरूवार को नाथ नगरी कॉरिडोर परियोजना पर एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बताया गया कि बरेली के 7 प्रमुख शिव मंदिरों को जोड़ते हुए 32 किमी लंबे नाथ कॉरिडोर का सौंदर्यीकरण और पर्यटन विकास कार्य किया जाएगा। इस परियोजना के लिए 75 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। परियोजना में नाथ कॉरिडोर मार्ग पर साइनेज, मैप लोकेटर, फोकस वॉल, ओवरब्रिज के नीचे लैंडस्केपिंग, ब्रिजों पर फोकस लाइटिंग और थीम आधारित वॉल पेंटिंग जैसे कार्य शामिल हैं। शिव आधारित थीम से जुड़ा होगा प्रत्येक जोन
मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि नाथ कॉरिडोर को 7 जोनों में विभाजित किया जाए और प्रत्येक जोन को शिव आधारित थीम के तहत विकसित किया जाए। इसके तहत निजी और सरकारी संस्थानों की दीवारों पर शिव संकल्पना पर आधारित वॉल पेंटिंग की जाएगी। इसके अलावा, मार्ग पर आने वाले चौराहों और रोटरी का विकास भी शिव प्रतीकों के आधार पर किया जाएगा। जन सहभागिता पर विशेष जोर
परियोजना के सफल क्रियान्वयन और अनुरक्षण के लिए मंडलायुक्त ने जन सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके तहत शहर के प्रतिष्ठित नागरिकों, उद्यमियों और सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों को जोड़ा जाएगा। जन सहभागिता से परियोजना से आम जनता का भावनात्मक जुड़ाव बढ़ेगा और रखरखाव में सहयोग भी मिलेगा। कार्य योजना और जिम्मेदारियों का निर्धारण
मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि जोनवार कार्यों का चिन्हीकरण कर विभागवार जिम्मेदारी तय की जाए। साथ ही, प्रत्येक कार्य की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर आगामी सप्ताह में संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी। मुख्य बिंदु:
– नाथ कॉरिडोर के 32 किमी मार्ग का विकास और सौंदर्यीकरण।
– थीम पेंटिंग, फोकस वॉल, चौराहों का सौंदर्यीकरण और ब्रिज पर फोकस लाइटिंग की योजना।
– 7 प्रमुख शिव मंदिरों को जोड़ते हुए पर्यटन सुविधाओं का विस्तार। बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, बीडीए उपाध्यक्ष मणिकंदन ए, विधुत विभाग, लोक निर्माण विभाग, कैंटोनमेंट बोर्ड, पर्यटन विभाग और नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे। नाथ कॉरिडोर परियोजना से न केवल बरेली के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह पर्यटन विकास में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।