भोपाल में यूपीएससी और एमपीपीएससी की फ्री कोचिंग के लिए इतने रजिस्ट्रेशन हो गए कि अब स्टूडेंट्स को टेस्ट देना पड़ेगा। यह टेस्ट एमपीपीएससी प्रीलिम्स के फॉर्मेट जैसा ही होगा। कुल 150 सीट के लिए 900 ने रजिस्ट्रेशन कराया है। रजिस्ट्रेशन अक्टूबर में किए गए थे। इस हिसाब से हर 6वें बच्चे में से 1 को सिलेक्ट किया जाएगा। दरअसल, कई युवा ऐसे हैं, जो कॉम्पिटीटिव एग्जाम की तैयारी तो कर रहे हैं, लेकिन महंगी फीस की वजह से कोचिंग नहीं कर पाते हैं। ऐसे युवाओं के लिए भोपाल जिला प्रशासन फ्री में कोचिंग शुरू कर रहा है। ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो जाने की वजह से जिला प्रशासन 24 नवंबर को टेस्ट कराने जा रहा है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया- भोपाल के ऐसे युवा, जो यूपीएससी और एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए फ्री कोचिंग क्लासेस शुरू कर रहे हैं। दिसंबर से कोचिंग की शुरुआत हो जाएगी। बच्चों को अफसर पढ़ाएंगे
इस कोचिंग में एनजीओ, स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े लोगों और कॉलेज के प्रोफेसर्स की भी मदद ली जाएगी। फ्री कोचिंग हमीदिया ऑर्ट्स एवं कॉमर्स कॉलेज (गिन्नौरी, भोपाल) में शुरू होगी। फ्री कोचिंग में कई अफसरों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। ऐसे अफसर जो बच्चों को पढ़ाने में रूचि रखते हों, वे एक से दो घंटे की नियमित क्लास लेंगे। इसके अलावा ऐसे लोग जो विषय विशेषज्ञ हैं और वे पढ़ाना चाहते हैं, वे भी आएंगे। एनजीओ की मदद से शुरू होगी क्लास
एनजीओ ‘आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा’ के सहयोग से यह कोचिंग शुरू की जा रही है। एनजीओ से जुड़े राम लखन मीणा ने बताया- सिविल सेवा की फ्री कोचिंग के लिए 18 से 25 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन किए गए थे। 990 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें 394 लड़कियां हैं। इन्हें टेस्ट कराने की जिम्मेदारी
कलेक्टर ने हमीदिया कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. पुष्पलता चौकसे, ओएसडी कलेक्टर कार्यालय पीएस पांडे, एसडीएम शहर दीपक पांडे और एनजीओ के मीणा को जिम्मेदारी सौंपी है। इनके बीच बैठक भी हो चुकी है। 150 युवाओं के बैठने की क्षमता
मीणा ने बताया कि हमीदिया कॉलेज के एक हॉल में व्यवस्था कर रहे हैं। इसमें 150 युवा बैठ सकते हैं।