जननी बाल सुरक्षा योजना के क्रियान्वयन में बगहा अनुमंडल के PHC बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि अनुमंडलीय अस्पताल इस योजना के लाभ पहुंचाने में पिछड़ा साबित हो रहा है। अनुमंडल के शहरी पीएचसी, बगहा-दो, रामनगर, पिपरासी, मधुबनी, भितहा और ठकरहा पीएचसी पूरी तरह से अद्यतन हैं। लेकिन बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में पिछले छह महीने से इस योजना के तहत लाभुकों को राशि का भुगतान नहीं हो पाया है। लाभुकों को योजना की राशि के लिए अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, लेकिन उनके खातों में पैसे नहीं पहुंच रहे हैं। योजना आवंटन न होने का देते हवाला लाभुकों का कहना है कि पहले अस्पताल प्रशासन आवंटन न होने का हवाला दे रहा था, और अब प्रबंधक और अकाउंटेंट के पद पर प्रभार की समस्या बताई जा रही है। 385 लाभुकों का भुगतान लंबित पीएचसी में अद्यतन, अनुमंडलीय अस्पताल में ढाई हजार लंबित भुगतान पीएचसी रामनगर के प्रबंधक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि उनके यहां लगभग 385 लाभुकों का भुगतान लंबित है। वहीं, शहरी पीएचसी और बगहा-दो पीएचसी के प्रबंधक विकास कुमार ने जानकारी दी कि उनके यहां योजना के सभी भुगतान अद्यतन हैं। मधुबनी, भितहा, और ठकरहा पीएचसी भी पूरी तरह से अपडेट हैं। इसके विपरीत, बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में लगभग ढाई हजार लाभुकों का भुगतान अभी तक लंबित है। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि फंड के अभाव के वजह से आवंटन नहीं किया जा रहा है। वहीं अस्पताल के प्रभारी प्रबंधक अमरेश कुमार ने बताया कि पहले आवंटन की कमी के कारण भुगतान में देरी हुई थी। अब प्रबंधक और अकाउंटेंट के पदों के प्रभार में चलने से समस्या बनी हुई है। लाभुकों में रोष योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 1,400 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 1000 रुपये की राशि दी जाती है। लेकिन बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में भुगतान में देरी से लाभुकों में नाराजगी बढ़ रही है। फंड का अभाव अस्पताल के उपाधिक्षक अशोक तिवारी ने बताया कि फंड के अभाव में पैसा नहीं जा रहा है। प्रभारी प्रबंधक अमरेश कुमार ने यह भी बताया कि अस्पताल में अकाउंटेंट को पीएचसी बगहा के साथ अनुमंडलीय अस्पताल का काम देखना पड़ रहा है, जिससे भुगतान में विलंब हो रहा है।