आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा के पहले ही दिन कई स्तर पर अव्यवस्थाएं दिखाई दीं। एडमिट कार्ड न मिलने से छात्र परीक्षा नहीं दे पाए। देर शाम एक परीक्षा केंद्र बदल दिया गया। कॉलेज संचालक ने विश्वविद्यालय पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
गुरुवार से विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाए शुरू हुई हैं। जिसमें चार जिलों के 550 कॉलेजों के लगभग ढाई लाख छात्र परीक्षा देंगे। 23 दिसंबर तक तीन पालियों में परीक्षाएं होंगी। पहले ही दिन कई छात्र परीक्षा नहीं दे पाए क्योंकि उन्हें समय से एडमिट कार्ड नहीं मिले। कॉलेजों में एडमिट कार्ड के लिए परीक्षा से पहले तक लाइनें लगी रहीं। पहले दिन 18123 छात्रों ने परीक्षा दी। 215 एबसेंट रहे। 283 केंद्र बनाए गए हैं। की जा रही है अनैतिक मांग
शमसाबाद रोड के बांगुरी स्थित श्रीमती कलावली देवी महाविद्यालय प्रबंधक डॉ. देवेंद्र प्रताप का आरोप है कि तीन दिन से विश्वविद्यालय के अधिकारी अनैतिक मांग कर रहे हैं। मांगों को पूरा नहीं किया तो उनका केंद्र ही बदल दिया गया। इसकी शिकायत वे मुख्यमंत्री से करेंगे। डॉ. देवेंद्र प्रताप ने बताया कि उनके कॉलेज को तेज सिंह महाविद्यालय ककरारी और गणपति डिग्री कॉलेज के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया था। गुरुवार को तीन पालियों में परीक्षा होने के बाद उन्हें सूचना दी गई कि दोनों कॉलेजों के परीक्षा केंद्रों को हटा लिया गया है। अब डॉ. बीपीएस कॉलेज का परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। कलावती महाविद्यालय का परीक्षा केंद्र डॉ. बीपीएस में बनाया गया है।