बरेली के सुभाषनगर थाने में तैनात कथित पुलिसकर्मियों ने वसूली का एक नया तरीका अपनाया है। आरोप है कि उन्होंने वसूली के लिए एक निर्दोष व्यक्ति को स्मैक तस्कर बना दिया। उसके ऑटो में एक किलो मिलावटी ड्रग्स रख दी गई। इसके बाद, पुलिसकर्मियों ने ऑटो से ड्रग्स बरामद कर दुकानदार को पकड़ लिया और थाने ले जाकर मोटी रकम की मांग की। रकम न देने पर उसे जेल भेजने की धमकी दी गई। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पीड़ित को थाने से रिहा कर दिया गया। पीड़ित परिवार ने की सुरक्षा की मांग पीड़ित ने इस मामले की लिखित शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी, एडीजी (बरेली जोन), आईजी (रेंज बरेली) और एसएसपी से की है। शिकायत में उसने अपने परिवार को पुलिस के दलाल सूरज कश्यप और कथित पुलिसकर्मियों से जान का खतरा बताया है। उसने सूरज कश्यप द्वारा स्मैक तस्करी के झूठे मामले में फंसाने की आशंका भी जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपने परिवार के लिए सुरक्षा की गुहार लगाई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। आरोपी ने दी झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी जग्गोदेवी, पत्नी स्व प्रेमपाल निवासी ग्राम बेहटी तहसील जागीर थाना सुभाषनगर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि गांव के ही सूरज कश्यप (पुत्र चंद्रपाल) से उनके परिवार का लंबे समय से विवाद चल रहा है। सूरज कश्यप उनके परिवार द्वारा उसके गैर-कानूनी कार्यों और असामाजिक तत्वों के आने-जाने का विरोध करने के कारण रंजिश रखता है। वह खुलेआम धमकी देता है कि वह उनके परिवार को गांव छोड़ने पर मजबूर कर देगा और झूठे केस में फंसा कर जेल भिजवा देगा। सूरज कश्यप क्षेत्र में अफीम और चरस का अवैध व्यापार करता है, जिससे वह बदनाम है। उसने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर मेरे परिवार के खिलाफ षड्यंत्र रचने की कोशिश की है। रातभर थाने में रखा, सीसीटीवी देखने के बाद छोड़ा गया जग्गोदेवी ने आरोप लगाया कि 28 नवंबर की शाम को उनका बेटा कमल करगैना बाजार में अपने पैतृक स्थान पर नमकीन का ठेला लगाए हुए था। करीब 7 बजे, दो चीता मोबाइल के सिपाही आए और उनके बेटे से उसका नाम और गाड़ी (थ्री-व्हीलर लोडर) के बारे में पूछा। उनके बेटे ने गाड़ी की ओर इशारा किया, जिसे देखकर सिपाही उसे गाड़ी के पास ले गए और दरवाजा खोलने को कहा। जब उनके बेटे ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, तो दरवाजा अचानक खुल गया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने गाड़ी के ब्रेक पेडल के बीच से एक थैला उठवाया, जिसका वीडियो बनाया और उसे थाने ले गए। बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग और स्थानीय दुकानदारों की जांच से बेटे के निर्दोष होने के सबूत सामने आए। इसके बाद एक रात थाने में रखने के बाद उसे यह कहकर छोड़ा गया कि जरूरत पड़ने पर बुलाया जाएगा। जग्गोदेवी ने कहा कि सूरज कश्यप और उसके 4-5 साथियों ने गांव के बाहर उन्हें धमकी दी कि अभी तो बच गए हो, लेकिन तुम्हारे पूरे परिवार को जेल में सड़वा देंगे। सूरज ने कथित पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उनके परिवार को बदनाम और बर्बाद करने की साजिश रची है। एसएसपी अनुराग आर्य ने मामले का संज्ञान लेते हुए सुभाषनगर थाने के इंस्पेक्टर को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए है।