कानपुर की ग्वालटोली पुलिस ने डॉ. प्रतिभा रोहतगी से 1.50 करोड़ की ठगी करने का तीसरे आरोपी सुपरवाइजर रूप नारायण यादव को भी अरेस्ट कर लिया। इससे पहले दो आरोपी को पुलिस अरेस्ट करके जेल भेज चुकी है। शातिरों ने डॉक्टर के नाम पर फर्जीवाड़ा करके डेढ़ करोड़ का लोन कराया और हड़प लिया था। किश्तें नहीं जाने पर बैंक रिकवरी को घर पहुंची तो पूरे फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ और डॉक्टर ने मामले में ग्वालटोली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। पकड़े गए रूप नारायण ने ही लोन को उपलब्ध कराए थे दस्तावेज खलासी लाइन के आभा नर्सिंगहोम की मालकिन डॉ. आभा ने बताया कि ग्वालटोली में रहने वाली बहन प्रतिभा नर्सिंग होम चलाती थीं, लेकिन अब उनकी देखरेख में है। चार साल से वह अल्जाइमर से पीड़ित हैं। इसके चलते उन्होंने पावर ऑफ अटॉर्नी मेरे नाम पर कर दी थी। इसके बाद से वह कैलिफोर्निया शिफ्ट हो गईं। बहन के ग्वालटोली वाले घर में देखभाल के लिए सुपरवाइजर दयानंद विहार निवासी रूप नारायण रहता था। प्रतिभा के एक कंपनी में शेयर फंसे थे। 2021 में उसी सिलसिले में बीमा एजेंट राहुल और नेहा तिवारी मिले। दोनों ने सुपरवाइजर रूप नारायण की मदद से प्रतिभा के नाम पर बैंक में फर्जी दस्तावेजों से खाता खुलवाया, इसमें बैंक कर्मी रजत सिंह ने भी साथ दिया। फिर ऑनलाइन खाता खुलवाया गया, वहां की ब्रांच से डेढ़ करोड़ का लोन ले लिया। फिर रकम किदवईनगर वाले खाते में ट्रांसफर कराने के बाद हड़प ली थी। मामले में पुलिस नेहा तिवारी और राहुल कटियार को अरेस्ट करके जेल भेज चुकी है। अब तीसरे आरोपी सुपरवाइजर रूप नारायण को भी अरेस्ट कर लिया। जबकि चौथे आराेपी बैंक कर्मी रजत की तलाश में छापेमारी कर रही है। एसीपी कर्नलगंज टीबी सिंह ने बताया कि तीसरे आरोपी रूप नारायण को अरेस्ट करके जेल भेज दिया है। अब चौथे आरोपी बैंक कर्मी रजत की तलाश में टीम को लगाया गया है।