मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के 3 बेटों की एक के बाद एक संदिग्ध हालत में मौत का मामला गहराता जा रहा है। मोहल्ला तिहाई की रहने वाली हिना के 3 बेटों की 10 दिन में मौत हो गई है। तीनों की मौत का कारण अब तक पता नहीं चला है। यहां तक की 2 बेटों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण पता नहीं चला है। इसके कारण दोनों का बिसरा प्रिजर्व किया गया है।
अब तीसरे बेटे की लाश का भी पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके लिए हिना के ससुराल वालों ने पुलिस से मांग की है। बड़े बेटे की लाश कब्रिस्तान से निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम कराया जाए। ससुराल वालों ने मां पर लगाया जहर देकर मारने का आरोप
हिना के पति की मौत हो चुकी है। अपने पति से उसके 4 बेटे हैं। पति की मौत के बाद हिना चुपचाप अपने बच्चों को लेकर प्रेमी के साथ हिमांचल जाकर रहने लगी है। अब एक के बाद एक तीन बेटों की मौत होने के कारण हिना के ससुरालवालों ने बहू पर तीनों बेटों को जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। थाने में हिना के खिलाफ तहरीर भी दी है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। ससुराल वालों ने ही पुलिस से अपील की है कि बड़े बेटे की लाश को कब्र से निकालकर उसका भी पोस्टमार्टम कराया जाए तभी हिना की सच्चाई सबके सामने आएगी। 4 दिसंबर को बिगड़ी थी बच्चों की तबियत
मेरठ के मवाना में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई 3 बच्चों की मौत की गुत्थी सुलझती हुई दिखाई दे रही है। मोहल्ला तिहाई निवासी हिना अपने पति के इंतकाल के बाद अपने बच्चों के लेकर प्रेमी के साथ हिमाचल में रह रही थी।
चार दिसंबर को हिना ने मवाना के रहने वाले अपने को भाई फोन कर बताया कि उसके बेटे का इंतकाल हो गया है। हिमाचल में बेटे को दफनाने के लिए कब्रिस्तान नहीं है।
महिला के भाई फिरोज ने बच्चों के साथ हिना को मवाना बुला लिया था। रात 8 बजे बच्चे को दफना दिया था, लेकिन अगले दिन शुवाम की भी तबियत खराब हो गई थी। जिसके बाद मामा फिरोज बच्चे को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचा। डॉक्टर ने बच्चे की हालत गम्भीर देखते हुए इलाज से इनकार कर दिया था।
बड़े बेटे के बाद 2 छोटे बेटे भी नहीं बचे
बच्चे के मामा फिरोज ने बच्चे को मेरठ के अस्पताल में भर्ती करा दिया था। एडमिट होने की सूचना बच्चे के दादा ओर चाचा को मिली थी।सूचना मिलने के बाद बच्चे की दादी और चाचा भी मेरठ स्थित अस्पताल पहुंच गए और अस्पताल से बच्चे को डिस्चार्ज कराने के बाद दिल्ली ले जाने की तैयारी में जुट गए थे। दिल्ली ले जाते समय दूसरे बच्चे की भी मौत हो गई थी। तीसरे बच्चे की भी 10 दिसंबर को मौत
तभी तीसरे बच्चे आहद की भी हालत बिगड़ गई। परिजन द्वारा बच्चे को मवाना सीएचसी में भर्ती कराया गया था। बच्चे की हालत को गंभीर देखते हुए सीएचसी मवाना से बच्चे को मेडिकल के लिए भर्ती कराया गया था। मेडिकल में दो दिन भर्ती रहने के बाद बच्चे की तबियत में सुधार न होने के बाद बच्चे आहद को दिल्ली के लिए रेफर की दिया था।
जहां आहद की इलाज के दौरान 10 दिसंबर को मौत हो गई। तभी से बच्चे के परिवार वाले उसका पीएम कराने के लिए चक्कर काट रहे थे, लेकिन पीएम नहीं हुआ। बच्चों के परिवार वालों की काफी भाग दौड़ के बाद बुधवार को उसके पीएम के आदेश जारी कर दिए गए।
पीएम रिपोर्ट में नहीं क्लियर हुआ मौत का कारण
शुक्रवार को पांच साल के मृतक सुवाम को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। शनिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, लेकिन रिपोर्ट में कुछ खास जानकारी नहीं मिल पाई है।पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया था। जिसे मवाना खुर्द स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया गया। वहीं बच्चे का बिसरा सुरक्षित रखकर जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।