रायबरेली जिला कारागार में अवैध शराब के मामले में जेल में बंद एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था। लेकिन परिजनों ने आज सुबह शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और गांव में शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर प्रशासन ने मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। चार दिन पहले खीरों थाना क्षेत्र के निवासी गुड्डू मोहन को अवैध शराब के मामले में गिरफ्तार कर जिला कारागार भेजा गया था। पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह गुड्डू की तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि गुड्डू की तबीयत दो दिन से खराब थी, लेकिन इस पर जेल प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। गांववालों का आरोप
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि खीरों थाने के प्रभारी देवेंद्र सिंह ने गुड्डू को गिरफ्तार करने के बाद थाने के अंदर बेरहमी से पीटा था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि थानेदार ने गुड्डू को छोड़ने के लिए बड़ी रकम की मांग की थी। पैसे न मिलने पर गुड्डू को जेल भेज दिया गया, जहां उसकी तबीयत खराब हो गई और उसकी मौत हो गई। ग्रामीण न्याय की मांग कर रहे हैं और शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले पर लालगंज क्षेत्राधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजनों को समझा-बुझाकर शव का अंतिम संस्कार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परिजनों ने खीरों थाना प्रभारी पर मृतक को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है, और दोषियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।