अपने घर या प्रतिष्ठान में सोलर पैनल लगवा रहे है और सरकार से सब्सिडी चाहते हैं तो पैनल की खरीदारी से पहले यह चेक कर लें कि वह भारत में निर्मित है या किसी अन्य देश में बना है। वाराणसी के 370 लोगों ने सोलर पैनल तो लगवाया लेकिन भारत सरकार ने इनकी सब्सिडी रोक दी है। सोलर पैनल की सब्सिडी से जुड़े सेंट्रल गवर्नमेंट के पोर्टल में मिलान के दौरान पाई गई गड़बड़ी के चलते सब्सिडी रोकने के साथ ही वाराणसी के यूपी नेडा विभाग को जानकारी दे दी गई। विभाग अब गड़बड़ी दूर करने के लिए उन लोगों से संपर्क साध रहा है जिनकी सब्सिडी रोक दी गई है। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने यूपी नेडा के परियोजना अधिकारी प्रेम प्रकाश सिंह को सभी दिक्कतों को दूर करने के साथ ही उपभोक्ता को डीसीआर और नॉन डीसीआर के बारें में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया ताकि लोग सब्सिडी का लाभ लेने से वंचित न हों। किसी ने विदेशी पैनल लगाया तो किसी की विभागीय गलती से रुकी सब्सिडी यूपी नेडा के परियोजना प्रभारी प्रेमप्रकाश सिंह ने बताया कि जिन लोगों की सब्सिडी रोकी गई है, अधिकतर ने नॉन डीसीआर ने पैनल लगवाया जिसके चलते उनकी सब्सिडी रोक दी गई। कुछ लोगों की लिपिकीय त्रुटि के चलते एक ही सीरियल नम्बर दो उपभोक्ता के फीड हो गए जिसे पोर्टल ने पकड़ लिया और सब्सिडी रोक दिया। कुछ लोगों ने अपने दस्तावेज ठीक से नहीं भरे थे जिसके चलते उनकी सब्सिडी केंद्र सरकार ने रोक दी। जिनके एप्लिकेशन रिजेक्ट हुए हैं, उन्हें ठीक कराया जा रहा है, नान डीसीआर वाले में सब्सिडी नहीं मिलेगी। समझ लीजिए, डीसीआर और नॉन डीसीआर पैनल केंद्र सरकार उन्हीं सोलर पैनल पर सब्सिडी दे रही हैं जिनका निर्माण भारत में हुआ है। भारत में निर्मित पैनल को डीसीआर कहते हैं। भारत के बाहर निर्मित विदेशी पैनल अगर आपने अपने घर, दुकान पर लगाया तो सब्सिडी नहीं मिलेगी। इन पैनल को नॉन डीसीआर कहते हैं। नॉन डीसीआर पैनल डीसीआर सोलर पैनल की अपेक्षा थोड़े सस्ते हैं। सस्ते पैनल के चक्कर में उपभोक्ता नान डीसीआर लगवा रहे। कैसे पकड़ में आता डीसीआर, नॉन डीसीआर केंद्र सरकार के सोलर से जुड़े पोर्टल पर भारत में निर्मित सोलर पैनल के नम्बर्स फीड हैं, जैसे ही कोई उपभोक्ता अपने पैनल का सीरियल नम्बर डालता है, पोर्टल में सम्बंधित जानकारी सामने आ जाती है। नान डीसीआर पैनल के मामले में पोर्टल सब्सिडी रिजेक्ट कर देता है। तीन साल में 75 हजार का है टारगेट पीएम सूर्यघर योजना के तहत वाराणसी में तीन साल के अंदर 75 हजार सोलर पैनल लगने हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अभी तक सिर्फ 75 सौ सोलर पैनल योजना के तहत लग पाएं हैं जबकि 33 हजार से अधिक आवेदन विभाग में लंबित पड़े हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष के समाप्त होने में चार महीने से भी कम समय है और अभी तक 25 हजार के सापेक्ष महज 75 सौ ही सोलर पैनल लगे हैं। यूपी नेडा परियोजना अधिकारी प्रेम प्रकाश सिंह ने बताया कि 03 हजार लोगों के यहां सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया चल रहा है।