संभल हिंसा के दौरान गोली लगने से घायल हुए युवक के चाचा ने पुलिस को तहरीर देकर तुर्क बिरादरी के अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। तहरीर में बताया कि मुरादाबाद के अस्पताल में घायल युवक का ऑपरेशन हुआ। इसकी वजह से रिपोर्ट दर्ज करने में थोड़ी देर हुई है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जनपद संभल की सदर कोतवाली संभल क्षेत्र की शाही जामा मस्जिद का एडवोकेट कमिश्नर सर्वे के दौरान बीती 24 नवंबर को हिंसा के दौरान पुलिस पर पथराव-फायरिंग हुई थी। वहीं गाड़ियों को उग्र भीड़ ने फूंक दिया गया था। पूरे घटनाक्रम में करीब डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ। संभल के मौहल्ला कोट गर्वी मौलवी साहब वाली मस्जिद निवासी वसीम पुत्र नईम गोली लगने से घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे तो हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। मुरादाबाद के टीएमयू हॉस्पिटल में उसका ऑपरेशन हुआ था। पीड़ित के चाचा ने तुर्क बिरादरी के उपद्रवियों पर लगाया आरोप
घायल युवक के चाचा नसीम पुत्र शरीफ ने जनपद मुरादाबाद के थाना पापबड़ा पुलिस को लिखित शिकायत दी। बताया कि 24 नवंबर को संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। सर्वे करने आई सरकारी कर्मचारियों पर आस-पास के तुर्क बिरादरी के हजारों लोग इकट्ठा हुए और पथराव-फायरिंग शुरू कर दिया। अज्ञात तुर्क बिरादरी के उपद्रवियों ने जान से मारने की नीयत से फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक गोली मेरे भतीजे वसीम को भी लग गई। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर धारा 109, 125, 190, 191(2) एवं 191(3) के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है। दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ
आपको बता दें बीती 19 नवंबर को हिंदू पक्ष की ओर से सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में दावा किया गया कि संभल की शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। 19 नवंबर की शाम को मस्जिद का पहले दिन का सर्वे हुआ और दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ। मस्जिद में चल रहे सर्वे के दौरान हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस पर पथराव-फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चार मौतें हो गई।