2025 में होने वाले चित्रकूट महाकुंभ की तैयारियों को लेकर धार्मिक नगरी में हलचल तेज हो गई है। प्रयागराज महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने रामघाट पर नाव चलाने वाले नाविकों के लिए विशेष ट्रेनिंग शुरू की है। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव देना और किसी भी अप्रिय घटना से बचना है। नाविकों को मिली संवाद और सुरक्षा की ट्रेनिंग
रामघाट पर हुई बैठक में नाविकों को श्रद्धालुओं से शालीनता से संवाद करने, उन्हें मार्गदर्शन देने और सुरक्षा मानकों का पालन करने की ट्रेनिंग दी गई। साथ ही, चित्रकूट के ऐतिहासिक महत्व और मठ-मंदिरों की जानकारी भी दी गई। महिला यात्रियों के साथ शालीन व्यवहार की अहमियत पर विशेष ध्यान दिया गया। महाकुंभ के दौरान बढ़ेगा चित्रकूट का महत्व
प्रयागराज महाकुंभ के बाद चित्रकूट एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बन जाएगा, जहां पवित्र मंदाकिनी नदी में स्नान और रामघाट के मंदिरों व मठों में दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु आएंगे। इस बढ़े हुए श्रद्धालु प्रवाह को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। नावों की संख्या बढ़ाने और सफाई पर जोर-ः पर्यटन विभाग ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए रामघाट पर नावों की संख्या बढ़ाने और घाट की सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है।