अछल्दा के वीरपुर रजवाहा से किशोरी पूर्वा गांव के लिए निकली नहर से सिंचाई के दौरान किसानों द्वारा खांदी काटने की वजह से किशोरी पुरवा गांव के करीब एक दर्जन किसानों की 50 बीघा गेहूं और सरसों की फसल जलमग्न हो गई। इससे प्रभावित किसानों ने प्रशासन से सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की मांग की है। प्रभावित किसानों की व्यथा
किसान बलराम सिंह ने बताया कि गांव के किसान अपनी फसलों की सिंचाई कर रहे थे, तभी नहर की खांदी काट दी गई। इस कारण पानी उनके खेतों में भर गया और गेहूं और सरसों की फसलें बर्बाद हो गईं। किसानों ने कहा कि पहले प्राकृतिक आपदा ने उनकी खेती को प्रभावित किया और अब खांदी काटने की वजह से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया। प्रशासन से गुहार
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि वे तुरंत सर्वे कराकर फसल की बर्बादी का आकलन करें और उन्हें मुआवजा दिलाएं। किसानों का कहना है कि वे पहले ही कई समस्याओं से जूझ रहे थे और अब इस घटना ने उनकी स्थिति और खराब कर दी है। इस मामले पर अब तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। किसानों को उम्मीद है कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान होगा। यह किसान हुए प्रभावित
किसान मुलायम सिंह 25 बीघा, लाल सिंह यादव 10 बीघा, बलराम सिंह 22 बीघा, अमन यादव 5 बीघा, अस्वनी 5 बीघा, सौरभ कुमार 13 बीघा, अनुज कुमार डेढ़ बीघा, सुनीता देवी डेढ़ बीघा, अबधेश कुमार 1 बीघा, महेंद्र सिंह यादव 1 बीघा, बलवीर 1 बीघा, आलोक 5 बीघा फसल बर्बाद हुई है।