हापुड़ के सिटी कोतवाली इलाके के गुरुनानक मार्केट निवासी एक युवक को कोरियर में मादक पदार्थ व अन्य सामान पकड़े जाने की सूचना देते हुए क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर 36 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर लिया। जिसके बाद उससे 4.54 लाख रुपए खाते से ट्रांसफर कराया। पीड़ित ने मामले की शिकायत कोतवाली में की। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पार्सल को कस्टम वालों ने रोक जानकारी के अनुसार मेरठ रोड पर गुरुनानक मार्केट निवासी संदीप सिंह अनेजा ने पुलिस को बताया कि 21 जुलाई की सुबह को उसके फोन पर एक काल आई। जिसमें बताया गया कि वह कोरियर कंपनी से बोल रहा है। आरोपी ने बताया कि उसका एक पार्सल आया है। जिसे कस्टम वालों ने रोक दिया है। पार्सल के साथ उसका मोबाइल नंबर व आधार कार्ड लगा हुआ है। पीड़ित ने बताया कि उसने कोई पार्सल बुक नहीं किया है। इस पर आरोपी ने कहा कि यह जांच क्राइम ब्रांच करेगी और काल ट्रांसफर कर दी। आरोपियों ने क्राइम ब्रांच अफसर बनकर पूछताछ की। पीड़ित ने बताया कि किसी ने उसके नाम से पार्सल बुक कराया है। जिसमें 5 पासपोर्ट, 5 एटीएम कार्ड, 4 किलो कपड़े, एक लेपटाॅप और 200 ग्राम एमडीएमए मिला है। एमडीएमए सुनते ही उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत उनकी मुंबई क्राइम ब्रांच में आकर दर्ज करानी होगी। 36 घंटे डिजिटल अरेस्ट पीड़ित ने बताया कि उसके परिवार में शादी होने के कारण मुंबई नहीं आ सकता है। इस पर आरोपियों ने कहा कि उनकी टीम उसे घर से उठाने जाएगी। आरोपियों ने 36 घंटे तक पीड़ित को ऑनलाइन कैमरे के सामने बैठाए रखे। आरोपियों ने जांच के नाम पर उसके खाते से 4.54 लाख रुपए यह कहते हुए ट्रांसफर कराया। बताया कि जांच के बाद पैसे वापस कर दिए जाएंगे। इसकी जानकारी उसने अपने मित्र को दी तो उसे साइबर ठगी की जानकारी हो सकी। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। कोतवाली प्रभारी मुनीष प्रताप सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है।