मुंगेर में रातों-रात अमीर बनने का सपना दिखाकर कई जिले के लगभग 600 लोगों से करीब 14 करोड़ से ज्यादा ठगी करने वाला जॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव को गुरुवार को रिमांड पर लेकर पूछताछ की। मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद द्वारा दो घंटे तक चली कड़ी पूछताछ के बाद कंपनी के सीएमडी ने बताया कि 2019 में म्यूजिक प्रोडक्शन के नाम पर कंपनी खोली थी। जिसका पटना में रजिस्टर्ड कराया गया। जिसके बाद इस कंपनी में इन्वेस्टमेंट पॉलिसी लाई गई। इसके बाद इस कंपनी में कई निवेशकों ने अपना पैसा लगाया। इसमें कई निवेशकों को पैसा दिया गया। लेकिन वर्ष 2024 के जुलाई में धीरे धीरे कंपनी घाटा में चली गई और एकाएक निवेशकों का पैसा डूब गया और बैंक में जमा पैसा खत्म हो गया। वहीं, सीएमडी ने पुलिस को बताया की अब वह निवेशकों को पैसा लौटाने में असमर्थ है। सम्पति बेचकर कर पैसा को लौटाया जा सकता है। वहीं, एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि जमालपुर थाना में एक ठगी का मामला दर्ज हुआ था। इसमें मुख्य आरोपी कंपनी के सीएमडी जितेंद्र कुमार राजीव को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। जिसमें इनके द्वारा बताया की 2019 में जॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई थी। अवैध रूप से स्कीम का लोभ दिखाकर लोगों से पैसे लिए। वीडियो दिखाकर पैसा जमा करवाता था। कई माह तक पैसे का भुगतान भी निवेशक करने वालों को सीएमडी ने किया है। कितने की ठगी हुई है, यह पता पुलिस लगा रही है। कई लोगों का पैसा रिटर्न भी किया गया है। कंपनी के निबंधन की भी जांच की जा रही है। उसने 600 लोगों का पैसा उसकी कंपनी में लगाए जाने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने कंपनी के खातों की जांच कर रही है। वहीं, एसपी कार्यालय में आरोपी चेयरमैन और पीड़ित व्यक्तियों को एसपी के द्वारा आमने-सामने कराया गया। जिसमें मो.तालबी हुसैन और रवि रंजन ने बताया कि हम कमाकर पैसा देंगे। उन्होंने जितेंद्र पर आरोपी लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा विडियो कालिंग पर कहा गया था कि हम रूपया दे देंगे, हमे जेल से बाहर निकलवा दिजीए। अभी वह एसपी के सामने मना करते हुए कहा कि हम ऐसा नहीं बोले हैं। वहीं पीड़ित रवि रंजन ने बताया कि जितेंद्र के द्वारा बताया कि कंपनी को बदनाम करने के लिए कुछ लीडर के द्वारा दूसरे कंपनी में काम करते थे और कंपनी का प्रतिष्ठा खराब हो गया। वहीं एसपी के द्वारा आरोपी जितेंद्र से पूछा गया कि आपका इनकम का कोई सोर्स था कि नहीं इस पर जितेंद्र ने बताया चुप हो गए। वहीं आरोपी ने एसपी के समक्ष इस बात को कबूल किया कि लोगों द्वारा लिया गया पैसा से ही अचल संपत्ति बनाया गया और गाड़ी खरीदी गई। जबकि एसपी के द्वारा पूछा गया कि लोग जो वीडियो देखते थे उससे क्या आपको पैसया मिलता था। इस पर गिरफ्तार चेयरमैन द्वारा बताया गया कि ऐसा कुछ नहीं है। जो लोगों से पैसा लिया जाता था उसी रुपये को इधर-उधर वितरण किया जाता था। पीड़ित ने बताया कि एकरार नामा के तहत वह पुरी तरीके अपने वादों से मुकर गए है। एसपी को आरोपी जितेंद्र ने बताया कि अभी वह तत्काल पैसा देने में असक्षम है। जिस कारण वह अपने संपत्ती को बेचकर ही पैसा वापस कर सकता है। जबकि पुलिस का अनुमान है कि उसके पास लौटाने के लिए उतरे रुपये नहीं है इस कारण दिवालिया घोषित कर दिया गया है। वहीं पुलिस गिरफ्त में आरोपी जितेन्द्र कुमार राजीव ने बताया कि मामला कुछ नहीं था। कंपनी के साफ्टवेयर इंजिनीयर ने दूसरे कंपनी से मिलकर सॉफ्टवेयर को स्लो कर दिया। जिस कारण कंपनी से जुड़े लोग एप पर गाना नहीं सुन पा रहे थे। इस कारण कंपनी लॉस में गई। उन्होंने कहा जॉलीबुड के लिए काम करने की काफी उद्देश्य है। समय मिलेगा तो इसे ओर बेहतर करुंगा। उन्होंने बताया कि हमारा नुकसान 10 से 15 करोड़ का हुआ है