मुजफ्फरनगर के खांजापुर गांव में एक मां ने अपनी दो बेटियों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। महिला ने पहले अपनी 7 साल की बेटी नायरा और 3 साल की बेटी पीहू को फांसी लगाकर मौत के घाट उतारा और फिर खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गई। पुलिस के मुताबिक, रुकमणि (30) के पति अंकुश भोपा रोड की बिंदल पेपर मिल में नौकरी करते हैं, जबकि मां ओमबीरी एक सर्राफ की दुकान में काम करती हैं। रुकमणि और अंकुश के बीच किसी बात को लेकर कलह चल रही थी। माना जा रहा है कि रुकमणि ने गृह क्लेश के चलते यह कदम उठाया। बीती रात जब अंकुश और उसकी मां ओमबीरी ड्यूटी से लौटे तो घर का गेट बंद मिला। मनमुटाव की वजह से पत्नी द्वारा गेट बंद करने का अंदेशा होने पर अंकुश और उसकी मां पड़ोसियों के घर पर जाकर सो गए। शुक्रवार सुबह तक भी गेट नहीं खुलने पर अनहोनी का अंदेशा हुआ। काफी कोशिशों के बाद भी गेट नहीं खुला तो पुलिस को बुलाया गया। पुलिस की मौजूदगी में गेट तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देखकर सब दंग रह गए। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम को भेजे शव
सूचना मिलते ही एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापति मय पुलिस के मौके पर पहुंचे। रुकमणि और उसकी बेटियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मूल रूप से पीनना गांव के रहने वाले अंकुश चौधरी का परिवार पिछले काफी दिनों से खांजापुर में अपने नए मकान में रह रहा था। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है और लोग इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं।