आम्बेडकर ट्रस्ट के अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य लाली प्रसाद निर्मल शुक्रवार को बस्ती पहुंचे। यहां उन्होंने सर्किट हाउस सभागार में प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में सबसे अधिक दलित हिंदू हैं, जिनकी आबादी 90 प्रतिशत है। इन पर जुल्म किया जा रहा है, उनके घर जलाए जा रहे हैं और मंदिरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। निर्मल ने भारत सरकार से अपील की कि बांग्लादेश में रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा, “हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय पर भारत सरकार को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।” रोहिंग्या घुसपैठ पर सख्ती की मांग
देश में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों के सवाल पर लाली प्रसाद निर्मल ने कहा कि भारत में हो रही अवैध घुसपैठ को सख्ती से रोका जाना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि इसके लिए सरकार को जिम्मेदार मानते हैं या नहीं, तो उन्होंने जवाब दिया, “सरकार पर दोष लगाना सही नहीं है। म्यांमार में आंतरिक संघर्ष और तानाशाही के चलते ये समस्याएं बढ़ी हैं। लेकिन भारत को घुसपैठ रोकने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए, और सरकार इस पर काम भी कर रही है।” आम्बेडकर के विचार: “ईमानदारी से हो बंटवारा”
निर्मल ने इस दौरान बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर के विचारों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “बाबा साहब ने कहा था कि मैं बंटवारे के पक्ष में नहीं हूं, लेकिन अगर बंटवारा होना ही है तो यह ईमानदारी से होना चाहिए। सभी हिंदू भारत में आ जाएं और सभी मुसलमान पाकिस्तान चले जाएं।”