BPSC की 70वीं संयुक्त परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों पर आयोग के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ‘पेपर लीक की बात बिल्कुल गलत है। किसी सेंटर से कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। एग्जाम को लेकर उठ रहे एक-एक सवाल की आयोग जांच करेगा।’ ‘किसी ने हमें पेपर लीक होने की शिकायत नहीं की है। आयोग के लोग सेंटर पर गए थे। वहां बात करने में समझ आया कि कुछ कैंडिडेट्स ने अफवाह फैलाई की पेपर वायरल हो गया है। कैंडिडेट्स सेंटर के अंदर हंगामा करने लगे। पेपर छीनकर बाहर निकल गए। बाकी लोगों को भी भड़काया गया। बिना मोबाइल और बिना इंटरनेट के पेपर कैसे वायरल हो सकता है।’ प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट को डीएम ने जड़ा थप्पड़ बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की प्रारंभिक परीक्षा में आज यानि शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। पटना स्थित बापू परीक्षा परिसर में पेपर लीक का आरोप लगा प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स में से एक को पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने बीच-बचाव करते हुए कैंडिडेट को साइड में कर दिया। हंगामा होते ही परीक्षा सेंटर में सुरक्षा बढ़ा दी गई। दो थानों की पुलिस को आयोग के दफ्तर के बाहर भी तैनात कर दिया गया है। इधर आयोग ने आनन-फानन में बैठक बुलाई थी। डीएम बोले- 273 प्रश्न पत्रों की जगह 192 प्रश्न पत्र क्यों भेजे गए, ये जांच का विषय है पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि ‘बापू परीक्षा परिसर कुम्हरार में बीपीएससी की परीक्षा हो रही थी। 12,000 परीक्षार्थियों की व्यवस्था थी। एक हॉल में 273 अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। 192 प्रश्न पत्रों का बॉक्स खोला गया, जबकि हॉल में 273 परीक्षार्थी थे।’ ‘केंद्राधीक्षक द्वारा दूसरे हॉल से प्रश्न पत्र का सील्ड पैकेट मंगवाया गया। बाकी बच्चों के बीच इसे बांटा गया। इसी बीच कुछ परीक्षार्थियों ने आपत्ति जताई। करीब 300-400 बच्चों ने परीक्षा का बहिष्कार किया। बाकी सभी बच्चों ने शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा दी। परीक्षा हॉल के बाहर कुछ लोग रोड जाम कर रहे थे। हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया गया।’ ‘प्रश्न पत्र लीक का कोई मामला नहीं है। गलतफहमी के चलते कुछ लोगों ने बहिष्कार किया है। 11 दिसंबर को समाहरणालय में आयोजित ब्रीफिंग में आयोग के प्रतिनिधि ने भी आश्वस्त किया था कि 273 प्रश्न-पत्रों के पैकेट का बॉक्स भेजा जाएगा। फिर भी किस स्थिति में 192 प्रश्न पत्रों के पैकेट का बॉक्स भेजा गया, यह जांच का विषय है। सम्पूर्ण मामले में बीपीएससी को उचित निर्णय लेने के लिए रिपोर्ट भेजी गई है।’ BPSC की 70वीं संयुक्त परीक्षा में 4 लाख 83 हजार कैंडिडेट्स शामिल हुए। 13 दिसंबर को परीक्षा एक ही शिफ्ट में 12 से 2 बजे के बीच हुई। बापू परीक्षा परिसर में करीब 12 हजार कैंडिडेट एग्जाम देने पहुंचे थे। यहीं सबसे ज्यादा हंगामा भी हुआ। कैंडिडेट्स बोले- अंदर सेटिंग चल रही थी कैंडिडेट्स का कहना है, ’12 बजे से एग्जाम शुरू था, लेकिन उन्हें क्वेश्चन पेपर समय पर नहीं मिला। करीब आधे घंटे देरी से प्रश्न-पत्र मिला। जबकि कुछ फ्लोर पर क्वेश्चन पेपर बंट चुके थे। अंदर सब सेटिंग से हो रहा था।’ कुछ अभ्यर्थियों ने ये भी आरोप लगाया कि जिन्हें पेपर मिला था, उनमें से कुछ फटे हुए थे। एक अभ्यर्थी ने बताया, ‘कुछ लड़के ऐसे थे जो आंसर शीट नीचे से ऊपर लेकर चले गए। ग्रुप में बैठकर OMR शीट रंग रहे थे। मेरे पास फोन तो था नहीं जो रिकॉर्ड कर सकते थे।’ 36 जिलों में 900 से ज्यादा परीक्षा सेंटर बिहार के 36 जिलों में 912 परीक्षा सेंटर्स पर एग्जाम हुई। पटना जिले में 60 से ज्यादा केंद्र बनाए गए थे। पहली बार आयोग की ओर से 2035 पदों के लिए परीक्षा ली गई है। यह अब तक की सबसे बड़ी वैकेंसी है। इनमें सब डिवीजन ऑफिसर (SDO), सीनियर डिप्टी ऑफिसर, DSP और अन्य पद शामिल हैं। वहीं, बक्सर में BPSC परीक्षा को लेकर एक दिन पहले ही शहर में अभ्यर्थियों का जमावड़ा गुरुवार से ही शुरू हो गया। स्टेशन रोड से लेकर शहर के सभी होटल और लॉज पूरी तरह भरे हुए थे। ऐसे में अभ्यर्थी स्टेशन पर ही रात बिताने को मजबूर दिखे। वहीं, BPSC परीक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन ने शहर के अलग-अलग होटलों और लॉज में जांच अभियान चलाया। परीक्षा से पहले पुलिस ने होटल-लॉज में छापेमारी की थी BPSC एग्जाम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें.. प्लीज सर.. प्लीज मैम, गेट खोल दीजिए:मुजफ्फरपुर में एग्जाम नहीं दे पाए तीन अभ्यर्थी, बोले- जाम की वजह से 5 से 7 मिनट की देरी से पहुंचे BPSC परीक्षा में पूछे गए सवाल- बॉडी में दर्द होने पर क्या करें? अभ्यर्थी बोले- बेसिक जानकारी वाले भी आसानी से पास हो जाएंगे