सुपौल के ललितग्राम थाना क्षेत्र के डोडरा वार्ड-4 से एक दर्दनाक घटना सामने आई। यहां 13 साल की संगम कुमारी ने शुक्रवार सुबह अपने घर में बंद कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं, घटना के बाद से मां फरार है। मृतका स्वर्गीय संजीत मंडल की बेटी थी। घटना की जानकारी सुबह करीब 9 बजे परिजनों को हुई। संगम की छोटी बहन किरण कुमारी ने उसे फंदे से झूलते देखा। घटना का विवरण शव देखते ही किरण ने शोर मचाया, जिसके बाद दादी उर्मिला देवी कमरे में पहुंचीं। दोनों ने किसी तरह संगम को नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस जांच और संभावित कारणों की तलाश ललितग्राम थाना के SI दिलीप कुमार चौधरी ने बताया कि आत्महत्या के कारण का फिलहाल कोई स्पष्ट संकेत नहीं है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। घटना से जुड़े रहस्य घटना के बाद यह तथ्य सामने आया कि संगम की मां कंचन देवी, गुरुवार शाम से लापता है। कंचन देवी NH-27 किनारे चाय और अन्य सामान की दुकान चलाती थी। गुरुवार शाम उन्होंने अपनी बेटियों को फोन कर कहा कि खाना खाकर सो जाना, वह एक घंटे में लौटेगी, लेकिन वह घर नहीं लौटी। परिवार की स्थिति और घटनाक्रम संगम ने घटना के दिन सुबह घर के जरूरी काम किए और अपने भाई-बहन के साथ खेली। इसके बाद वह अचानक कमरे में गई और दरवाजा बंद कर लिया। थोड़ी देर बाद, उसकी छोटी बहन ने किताब लेने के लिए कमरे का दरवाजा खोला और संगम को फंदे पर लटका पाया। मां की गैरमौजूदगी और आत्महत्या के बीच संबंध की जांच पुलिस मां की अचानक लापता होने और संगम की आत्महत्या के बीच किसी संभावित संबंध की जांच कर रही है। कंचन देवी का मोबाइल फोन पुलिस के कब्जे में है और तकनीकी जांच की जा रही है। समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी इस घटना ने न केवल परिवार को शोकाकुल किया है, बल्कि समाज और प्रशासन के लिए बच्चों और किशोरों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता को भी उजागर किया है। संगम जैसी मासूम बच्ची की आत्महत्या का कारण पता लगाकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाना महत्वपूर्ण है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही स्पष्ट कारणों का पता चल सकेगा।