नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ते हुए दो मुख्य सड़कों का निर्माण होना है। इसमें पहली कार्गो और दूसरी इमरजेंसी या वीवीआईपी मूवमेंट के लिए बनाई जाने वाली रोड है। इन दोनों के बजट में भी संशोधन किया गया है। पहले ये रोड यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी बनाने वाली थी। उस समय दोनों रोड का बजट 77 करोड़ रुपए था। अब इसे एनएचएआई बनाने जा रहा है। रोड के डिजाइन में बदलाव किया गया। अब इन दोनों रोड के बनाने मे करीब 178 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पहली परियोजना एयरपोर्ट के लिए 8 किमी लंबी पैरीफेरल रोड का निर्माण करना है। ये रोड नार्दन और ईस्टर्न बाउंडरी के साथ बनाई जा रही है। शुरू में 64 करोड़ रुपए में बनाई जानी थी, लेकिन अब इसके लिए 159 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। ये रोड कार्गो टर्मिनल को यमुना एक्सप्रेस वे जोड़ेगा। इसके अलावा एक अन्य रोड जो एयरपोर्ट से सीधे यमुना एक्सप्रेस को कनेक्ट करेगी। ये रोड 800 मीटर लंबी होगी। इसके निर्माण में 19 करोड़ खर्च होंगे। पहली इस योजना पर 13 करोड़ रुपए खर्च होने थे। YEIDA अपनी आगामी बैठक में संशोधित लागत के लिए अप्रूवल बोर्ड से लेगा। पैरीफेरल रोड पर बढ़े बजट का कारण इसके डिजाइन में किए गए बदलाव है। जिसमें कैरिज वे की चौड़ाई 14 से बढ़ाकर 18 मीटर कर दी गई। है। इसके अलावा कार्गो , जल निकासी जैसे कार्यों के लिए नालियों में अतिरिक्त पुलिया का निर्माण भी इस पैरिफेरल में शामिल है। ये रोड कार्गो रास्ता होगा। जिससे इंडस्ट्री के नजदीक से निकाला जाएगा। ताकि मॉल आसानी से एयरपोर्ट तक पहुंच सके। इमरजेंसी और वीवीआईपी मूवमेंट के अलग रोड
वहीं एयरपोर्ट को जोड़ते हुए 800 मीटर लंबी एक अन्य रोड भी एनएचएआई बनाएगा। जिसका अप्रूवल हो चुका है। ये रोड सीधे यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ेगी। सिर्फ उसी समय खोली जाएगी जब कोई वीवीआईपी मूवमेंट या कोई इमरजेंसी होगी। ये रोड भी एयरपोर्ट के संचालन होने से पहले ही बना दी जाएगी। जिसके बाद यदि कोई भी वीवीआईपी मूवमेंट होता है तो वह इस रोड से एयरपोर्ट में आ जा सकेंगे। मुसाफिरों के लिए लिंक तैयार
हरियाणा में बल्लभगढ़ के पास यमुना एक्सप्रेसवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले 31 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे से ही 750 मीटर का एक लिंक सीधे एयरपोर्ट के लिए बनाया जा रहा है। इसका काम अंतिम चरण में है। इसी रास्ते ही मुसाफिर सीधे एयरपोर्ट तक आ जा सकेंगे। इसका निर्माण भी एनएचएआई कर रहा है। इसे एयरपोर्ट के संचालन से पहले ही शुरू कर दिया जाएगा।