उन्नाव में 2019 में हुए चर्चित दुष्कर्म और हत्या कांड का मामला एक बार फिर चर्चा में आया, जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इसे संसद में उठाया। प्रियंका गांधी ने इस कांड को लेकर पीड़ित परिवार को न्याय न मिलने पर सवाल उठाए। प्रियंका ने कहा कि इस वीभत्स घटना को लेकर अब तक न्याय की उम्मीद पूरी नहीं हो सकी है, और इस मामले में सरकार की नाकामी को उजागर किया। उन्नाव की उस दर्दनाक घटना को याद करते हुए प्रियंका गांधी ने संसद में कहा कि 2019 में उन्नाव जिले में एक दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाकर मार डाला गया था। प्रियंका ने इस घिनौनी वारदात की निंदा करते हुए कहा कि इस मामले में न्याय अब तक पूरा नहीं हो सका है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। स्थिति दुखद और परेशान करने वाली
मृतका की बहन ने भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और उनके द्वारा किए गए वादों पर सवाल उठाए। मृतका की बहन ने कहा कि 2020 में उनके भतीजे का अपहरण कर लिया गया था, लेकिन पुलिस अब तक उनका पता नहीं लगा सकी है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति दुखद और परेशान करने वाली है, और यह सवाल उठाता है कि अगर न्याय नहीं मिलेगा तो लोग कहां जाएंगे। नौकरी देने का वादा अभी पूरा नहीं
मृतका की बहन ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन वह वादा अब तक पूरा नहीं हो सका। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब सरकार ने वादा किया था तो उसे क्यों पूरा नहीं किया गया और उन सभी वादों को क्यों भुला दिया गया। इस दौरान प्रियंका गांधी ने इस परिवार के दर्द और संघर्ष को संसद में सामने लाया, और सवाल किया कि सरकार कब तक इस परिवार को न्याय दिलाने में विफल रहेगी। प्रियंका गांधी के सवाल उठाने के बाद मृतका की बहन का दर्द छलक पड़ा और उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने हर स्तर पर न्याय की उम्मीद की थी, लेकिन अब तक उन्हें कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा कि न्याय की लड़ाई अब भी जारी है, और वे अपने परिवार के लिए न्याय पाने तक लड़ाई जारी रखेंगी। इस घटना ने उन्नाव में न्याय की प्रक्रिया और सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रियंका गांधी द्वारा संसद में उठाए गए इस मुद्दे ने उन्नाव कांड को फिर से सुर्खियों में ला दिया है और यह सवाल उठाया है कि क्या सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में गंभीर है या नहीं।