मधेपुरा के गौशाला परिसर में तीन दिवसीय राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव का शुक्रवार की शाम शुभारंभ हुआ। बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव, डीएम तरनजोत सिंह, प्रशिक्षु आईएएस कृतिका मिश्रा एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर गोपाष्टमी महोत्सव का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि हमारा देश भारत आध्यात्मिक, ऋषि मुनियों और साधु-संतों का देश है। हमारे देश की गंगा-यमुनी की संस्कृति का दुनिया का कोई भी देश मुकाबला नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण गौपालन करते थे। हमारी संस्कृति में गाय और नदियों को माता की संज्ञा दी गई है। पत्थर को भगवान के रूप में पूजते हैं। हमारे देश की धरती पर भगवान श्रीकृष्ण मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, बुद्ध, महावीर जैसे आदर्श पुरुष का अवतरण हुआ। उन्होंने दुनिया को सत्य और अहिंसा पर चलने का संदेश दिया। भगवान श्रीकृष्णा कर्मयोगी थे। विपिन सचदेवा ने लोगों को झुमाया उन्होंने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन के माध्यम से उन्होंने दुनिया को कर्म पर विश्वास करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भगवान ने हमें इतना सुंदर शरीर अच्छे कर्मों के लिए दिया है। इसलिए हमें अच्छे कर्मों के तरफ अपना ध्यान लगाना चाहिए। कार्यक्रम के पहले दिन स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के बाद पार्श्व गायक विपिन सचदेवा ने अपनी गायिकी से दर्शकों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के अंतिम दिन 15 दिसंबर को पार्श्व गायिका तृप्ति शाक्या की प्रस्तुति होगी। डिप्टी सीएम के नहीं आने से लोगों में मायूसी राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के उद्घाटन समारोह में उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के नहीं पहुंचने से लोगों में मायूसी नजर आई। आमंत्रण पत्र में दिए गए अधिकांश अतिथि जिनमें जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार, सांसद दिनेश चंद्र यादव, दिलेश्वर कामत, एमएलसी ललन सर्राफ, डॉ. अजय कुमार सिंह, डॉ. संजीव कुमार सिंह, डॉ. एनके यादव आदि उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो सके।