महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान शुगर लेवल बढ़ रहा है ज्यादातर महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज की शिकार हो रही हैं। भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 463 गर्भवती महिलाओं पर रिसर्च किया गया। डॉक्टरों के अध्ययन में यह खुलासा हुआ कि 463 में से 279 महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज की शिकार हैं। इसका सबसे बड़ा कारण पैकेट फ़ूड बताया गया। महिलाएं हो या बच्चे आम तौर पर अब पैकेट फ़ूड पर निर्भर हैं। पैकेट में बन्द खाना गर्भवती महिलाओं के लिए खतरे से कम नहीं है। जो लोकल पैकेट होते हैं, उसमें बिस्फेनॉल ए केमिकल होता है। ये पैकेट के जरिये खाने के सम्पर्क में आ जाता है, जिससे गर्भधारण के दौरान प्लास्टिक बन्द भोजन के सेवन से महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज की शिकार हो जाती हैं। प्लास्टिक में पैक्ड फ़ूड भोजन बीटा सेल्स को इफेक्ट करता है गर्भधारण से पहले से भी महिलाएं या युवतियां अगर बोतल बंद पानी और पैक्ड फ़ूड का सेवन करती हैं, तो आने वाले समय में गर्भावस्था के दौरान उन्हें डायबिटीज हो सकता है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के जन्म के बाद असमय वह भी डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं। जेएलएनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर राजकमल चौधरी ने बताया कि प्लास्टिक में पैक्ड फ़ूड भोजन बीटा सेल्स को इफेक्ट करता है, इससे इन्सुलिन रुकता है। इसके कारण ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है जिसके कारण प्रेग्नेंट महिलाओं में जेस्टेशनल डायबिटीज बढ़ता है इसलिए पैकेट फ़ूड भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।