ब्राह्मणों को लेकर नॉवेल लिखकर चर्चित हुए एमपी कैडर के आईएएस नियाज खान अब नॉवेल के बजाय नॉवेला लिखेंगे। जिसकी थीम ‘सनातन धर्म की रक्षा के लिए काम’ और टाइटल फ्लाइंग सुपर ह्यूमन रखा है। 70 पेज के नॉवेल की कहानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वर्किंग इर्द-गिर्द हो सकती है। इसमें वे बताएंगे कि उनका काल्पनिक कैरेक्टर कैसे देश और सनातन के लिए खुद काम करता है और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करता है। क्या होता है नॉवेला अपना पहला नॉवेला लिखने वाले आईएएस अफसर नियाज खान ने दैनिक भास्कर से चर्चा की। कहा- अब तक 10 नावेल लिख चुका हूं, जो 350 से 400 पेज तक के रहे हैं। उन्होंने बताया- नाॅवेला बेसिकली इटैलियन वर्ड है जिसमें 20 से 50 हजार शब्दों की काल्पनिक कहानी होती है। 50 से 100 पेज तक होते हैं। सिंगल प्लाट होता है। इसे लिखते समय स्टोरी में गति भी रखनी पड़ती है। नॉवेला में पात्र आमतौर पर एक ही होता है। खूबी यह भी है कि इसे पीडीएफ के रूप में भी आसानी से रख सकते हैं। इसलिए लिखेंगे नॉवेला नियाज खान ने कहा कि नॉवेला में एक से अधिक प्लाट वाली स्टोरी रहती है और पढ़ने में समय कम लगता है। अब समय की कमी के मद्देनजर वेबसाइट्स पर जाकर लोग छोटी से जर्नी (यात्रा) के दौरान नॉवेला जैसी पुस्तकों को पढ़कर समय गुजार सकते हैं। इसमें कम से कम में इंटरटेनमेंट हो जाता है। पहले नॉवेला की क्या होगी थीम, पात्र कौन होंगे नियाज खान का कहना है कि उन्होंने वेदों का, सनातन धर्म का काफी अध्ययन किया है। जब ब्राह्मण डेजर्ट नॉवेल लिखा तो काफी स्टडी की है। सनातन धर्म के अध्ययन में यह बात आई है कि इसमें सदा ही सर्व कल्याण की बात कही जाती है। संवेदनशीलता इतनी है कि पेड़-पौधों, नदियों के भी कल्याण की बात होती है। मानवता के कल्याण की बात कही जाती है। इसलिए पहले नॉवेला में सनातन धर्म को लेकर एक ऐसा काल्पनिक पात्र होगा जो सुपर ह्यूमन हो। नियाज खान ने कहा कि नाॅवेला का टाइटल फ्लाइंग सुपर ह्यूमन (उड़ता हुआ महामानव) होगा। इसमें रोचक कैरेक्टर रहेगा जो देशभक्त है, देश की चिंता करने वाला है। इसमें कहानी ऐसे घूमेगी जो हिन्दू धर्म को बिखरने से रोकेगा। इसका पात्र सनातन के सारे गुणों से परिपूर्ण है और शांतिमय टापू वाला देश है। पात्र देशभक्ति की भावना से भरपूर रहेगा। इसमें यह भी बताया जाएगा कि ऐसे देश के नागरिकों के कर्तव्य क्या हैं? प्रकृति को कैसे बचाया जाए, इस पर भी नाॅवेला में चर्चा होगी। यह खबर भी पढ़ें- ‘चोटी-जनेऊधारी ब्राह्मण भगवान का रूप होता है’ बॉलीवुड ब्राह्मणों के लिए नर्क की दुनिया है, जो ब्राह्मण समाज व धर्म-संस्कृति को बर्बाद कर रहा है। ब्राह्मण कलाकारों को तत्काल फिल्मी दुनिया छोड़ देना चाहिए। ये सलाह ब्राह्मणों को मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अफसर नियाज खान ने अपनी आने वाली एक किताब में दी है। पूरी खबर यहां पढ़ें…