प्रतापगढ मे न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष न्यायाधीश अब्दुल शाहिद ने आपसी सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण करने के निर्देश दिए, जिससे वादकारियों को शीघ्र न्याय मिल सके।राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1,33,842 मामलों का निस्तारण किया गया, जिनमें शामिल हैं। 5424 फौजदारी वाद,12 एनआई एक्ट वाद,278 विद्युत वाद,28 मोटर दुर्घटना वाद,32 वैवाहिक वाद
74 सिविल वाद,1071 बैंक ऋण मामले,16 बीएसएनएल वाद,कलेक्ट्रेट प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 1,25,463 मामले,यातायात विभाग के 725 वाद,उपभोक्ता फोरम के 3 मामले,स्थायी लोक अदालत के 8 मामले,708 प्री-लिटिगेशन वाद फौजदारी वादों में ₹3,97,270 का अर्थदंड वसूला गया।मोटर दुर्घटना मामलों में, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के अधिकारी दिवाकर चतुर्वेदी के निर्देश पर बीमा कंपनियों द्वारा याचियों को ₹22,28,90,000 का मुआवजा दिया गया। उत्तराधिकार वादों में ₹45,45,597 के प्रमाणपत्र जारी किए गए।,बैंक ऋण मामलों ₹7,27,22,357 के समझौते हुए।बीएसएनएल वादों में ₹61,837 का समझौता हुआ। वैवाहिक मामलों में समाधान
परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ने 32 वैवाहिक मामलों में पति-पत्नी के बीच सौहार्दपूर्ण समझौते कराए और उन्हें मिठाई देकर भविष्य की शुभकामनाएं दीं। जेल के भीतर विधिक सेवा प्राधिकरण व बैंक प्रबंधन के सहयोग से जनपद की पहचान आंवला के विभिन्न खाद्य वस्तुओं को तैयार कराया जा रहा है। जेल के भीतर छह बंदियों के कारखाना का उत्पाद शनिवार को कोर्ट परिसर के स्टॉल पर बिक रहा था। इस स्टाल का निरीक्षण विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष, जिला जज अब्दुल शाहिद, प्राधिकरण के सचिव, एडीजे सुमित पंवार ने किया। डिप्टी जेलर शारदा देवी ने बताया कि जेल में बंदियों की ओर से तैयार किया जा रहा उत्पाद नैनी, लखनऊ, कानपुर सहित सूबे की 6 जेल तक पहुंच रहा है। मुरब्बा, कैंडी, आंवला जूस, अचार सहित अन्य उत्पाद की बिक्री करने के बाद विगत छह माह से कारखान में कामकाज करने वाले छह बंदी प्रत्येक माह 6 से 8 हजार तक कमाई कर रहे हैं।