कानपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के चौक में शुक्रवार को संदिग्ध हालातों में 65 वर्षीय राजेश कुमार वर्मा की मौत हो गई थी। इस मामले में पत्नी पूनम की तहरीर पर मृतक के बड़े भाई और उसके बेटे पर गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। शनिवार को हुए पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं पो पाया है। इसलिए विसरा सुरक्षित रखा गया है। पत्नी पूनम के मुताबिक, उनका मकान में रहने वाले जेठ से विवाद चल रहा है। पीट-पीटकर हत्या का लगाया था आरोप चौक निवासी आयुष वर्मा ने बताया कि पिता राजेश कुमार वर्मा और उनके बड़े भाई (आयुष के ताऊ) का संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। परिवार में मां पूनम और बहन स्मृति वर्मा हैं। बेटे ने बताया कि आए दिन ताऊ और उनका बेटा बिजली काट देता है। पानी न ले सकें, इसके लिए टोंटी तोड़ देता है। शुक्रवार को मां पूनम नानी को लेकर खैराबाद अस्पताल गई थीं। बहन अपने काम गई हुई थी और पिता घर पर अकेले थे। शाम करीब पांच बजे पिता ने मां को फोन किया कि जल्दी घर आओ, बड़े भाई और उसके बेटे ने पीटा है। मां घर पहुंची तो पिता जमीन पर पड़े थे मां घर पहुंची तो देखा कि पिता जमीन पर बेसुध अवस्था में पड़े हैं। सांस न आने पर आनन-फानन में उन्हें उर्सला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। राजेश की मौत के बाद पत्नी पूनम ने कहां कि जेठ और उसका बेटा बीते छह माह से प्रताड़ित कर रहे थे, सभी के साथ मारपीट कर चुके है। मामला पुलिस की संज्ञान में था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोतवाली इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया कि दो भाइयों में मकान को लेकर विवाद था, शुक्रवार को राजेश मोटर चलाने गए, इसी दौरान दोनों में कहासुनी हुई थी। राजेश हार्ट के भी मरीज थे। शरीर में फिलाहल कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं।