वाराणसी के बेनियाबाग मैदान पर आज होने वाले मुशायरे में हिंदुस्तान की मशहूर शायरा शबीना अदीब शिरकत करेंगे। शनिवार गोष्ठी की तरफ से आयोजित इस मुशायरे में देश की नामचीन शायरा गुले सबा के साथ ही साथ कई शायर मौजूद रहनेगे। इसके आवला बनारस के शायरों को भी मौक़ा मिलेगा। पिछले 6 साल से यह मुशायरा कराया जा रहा है। बता दें कि इसके पहले जब बेनियाबाग का मैदान में अंडर ग्राउंड पार्किंग नहीं बनी थी तब यहां देश का सबसे बड़ा इंडो-पाक मुशायरा होता था। शबीना अदीब होंगी मेहमान ए खुसूसी
शनिवार गोष्ठी के सुधांशु श्रीवास्तव ने बताया- शनिवार गोष्ठी के बैनर तले पिछले 6 वर्षों से हो रहा कौमी एकता मुशायरे का यह सातवां साल है। इस मुशायरे में शायरा शबीना अदीब मेहमान ए खुसूसी के रूप में शामिल होंगी। देश के नामचीन शायरों के अलावा कई स्थानीय चेहरों को भी स्टेज पर परफॉर्मेंस करने का मौका मिलेगा। शायरा शबीना अदीब आज वाराणसी पहुंचेंगी और मुशायरे में शिरकत करनी। साथ ही मशहूर शायरा गले सबा भी रहेंगी। वहीं मुशायरे की निजामत इस्माइल नजर करेंगे। वहीं सदारत सांड बनारसी करेंगे देश के 7 नामचीन शायरों से सजेगी महफिल
शिव यादव ने बताया कि बनारस के भी कई शायर इसमें शिरकत करेंगे। मुशायरे की जीनत मशहूर शायरा शबीना अदीब, मोहन मुंतजिर, इस्माईल नज़र, गुल ए सबा, धर्मराज उपाध्याय व बनारस के सलीम शिवालवी व डॉ. प्रशांत सिंह होंगे। पं. सुदामा तिवारी उर्फ सांड बनारसी, अनिल यादव ‘बंटी’ के साथ ही अरमान अह्मद, एडवोकेट विवेक शंकर तिवारी, हाजी अनवर अहमद, वसीम रजा इस मसहायरे के आयोजक मंडल में शामिल हैं। मेरठ में शबीना की नज्म पर हुआ था विवाद, आने से रोकी गई थीं … जुलाई में मेरठ के नौचंदी मेले में आने से रोकी गई थी शबीना
हिंदुस्तान की मशहूर शायरा शबीना अदीब को 5 महीने पहले मेरठ के प्रसिद्ध नौचंदी मेले में आने से रोक दिया गया था। 20 साल पहले इस मेले में एक नज्म लहू रोता है हिन्दुस्तान का स्थानीय संगठनों ने विरोध किया था। जिसपर नगर निगम ने उनके आने पर रोक लगा दी थी। बता दें कि यह मुशायरा 100 साल पुराना है जिसमें पूरे भारत के मशहूर शायर शिरकत करते हैं। मेरठ नगर निगम ने दी थी सफाई
नौचंदी मेले में मुशायरे में शायरा शबीना अदीब को अपर नगर आयुक्त ने फोन करके मना किया था। अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय ने उस समय बताया था कि शायरा के संबंध में किसी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। वो सत्ता और पीरम मोदी के खिलाफ शायरी करती हैं। उनको नहीं बुलाना चाहिए। इसके आने के बाद समिति ने भी उनके आने पर विरोध जताया था।