महोबा में एक महिला द्वारा प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता पर घर बुलाकर अश्लीलता और छेड़खानी किए जाने के मामले में आई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने आज सीओ को जांच सौंपी है। महिला ने दिए शिकायती पत्र में सड़क खराब होने के बाबत अधिशासी अभियंता से मुलाकात के दौरान छेड़खानी करने का गंभीर आरोप लगाया था। समाधान दिवस पर की गई शिकायत की संवेदनशीलता को देखते हुए सत्यता जांची जा रही है। दरअसल आपको बता दें कि यह पूरा मामला महोबा मुख्यालय में संचालित प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग से जुड़ा हुआ है। जहां पर कार्यरत अधिशासी अभियंता विकास जौहरी पर महिला के साथ घर बुलाकर अश्लीलता और छेड़खानी का गंभीर आरोप लगा है। आपको बता दें कि महोब कंठ थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने अधिशासी अभियंता पर गंभीर आरोप लगाते हुए समाधान दिवस में लिखित प्रार्थना पत्र दिया था। जिसकी संवेदनशीलता को देखते हुए आज एसपी पलाश बंसल ने उक्त मामले की जांच सीओ दीपक दुबे को सौंपी है। क्षेत्र की सड़कें खराब, क्षतिग्रस्त होने को लेकर शिकायत आपको बता दें कि महिला द्वारा आरोप लगाया गया था कि उसके गांव और क्षेत्र की सड़क खराब होने के चलते वह शिकायत लेकर प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग पहुंची थी। उसने घटना बीती 5 दिसंबर की बताई है। उसकी माने तो विभाग में जाकर उसने अधिशासी अभियंता दीपक जौहरी से क्षेत्र की सड़कें खराब, क्षतिग्रस्त होने को लेकर शिकायत की थी। आरोप है कि अधिकारी ने मीटिंग का हवाला देखकर शाम 5:30 बजे अपने आवास पर मिलने के लिए बुलाया। महिला बताते है कि वह शाम के समय मुलाकात करने अपने अन्य साथियों के साथ पहुंची थी। जहां उसके साथियों को अधिकारी ने बाहर बैठाकर मुझे अंदर बुलाया। इस दौरान सड़कों की खराब स्थिति के बारे में बताया तो आरोप है कि इसी दौरान अधिशासी अभियंता ने उसके साथ अश्लील शब्दों का प्रयोग करना शुरू कर दिया। उसे पकड़ कर उसके साथ छेड़खानी करने करने लगे। पीड़िता ने शोर मचाया तो बाहर बैठे उसके साथी अंदर आ गए और उसे बचाया। इस मामले की शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़िता द्वारा 10 दिन पूर्व घटित इस मामले की शिकायत समाधान दिवस में की गई। जिसको लेकर एएसपी वंदना सिंह बताती है कि मामला संवेदनशील होने के चलते महिला द्वारा लगाए गए तथाकथित आरोपों की सत्यता जांचने के लिए सीओ सिटी दीपक दुबे को जांच सौंपी गई है। इसमें जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।