मेरठ के मवाना के हस्तिनापुर रोड पर स्थित सिद्धार्थ पॉलीक्लिनिक एवं नर्सिंग होम में भर्ती मरीज हर्ष की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बहसूमा थाना क्षेत्र के ग्राम शाहपुर बटावली निवासी हर्ष उम्र 22 वर्ष आज सुबह 11 बजे भाई के साथ मवाना स्थित सिद्धार्थ पॉलीक्लिनिक एवं नर्सिंग होम में इलाज के लिए आया था। नर्सिंग होम में डॉक्टर सिद्धार्थ बंसला ने मरीज हर्ष को एडमिट कर लिया। मरीज की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने मरीज का सीटी स्कैन कराया था, सीटी स्कैन की रिपोर्ट में मरीज को ब्रेन हैमरेज आया था। डॉक्टर ने परिजनों को बताया जब तक परिजन कहीं और ले जाने की सोचते मरीज की शाम 3:30 बजे मौत हो गई। परिजनों का अस्पताल पर आरोप परिजनों का आरोप है कि जब मरीज की हालत गंभीर थी तो डॉक्टर ने उसे रेफर क्यों नहीं किया। मरीज हर्ष को उल्टी होने लगी थी। परिजन ने डॉक्टर को बताया डॉक्टर ने कंपाउंडर के द्वारा मरीज हर्ष को लगी बॉटल में एक इंजेक्शन लगाया उसी के 5 मिनट बाद हर्ष की मौत हो गई, परिजनों ने कंपाउंडर को पकड़ने का प्रयास किया तो वो वहां से भाग निकला। परिजनों ने कहा कि डॉक्टर ने इंजेक्शन में कुछ मिला कर उसे दे दिया जिससे उसकी मौत हो गई। डॉक्टर ने क्या बताया डॉक्टर सिद्धार्थ बंसला ने बताया कि मरीज हर्ष सुबह 11 बजे अस्पताल में आया था उसे एडमिट कर लिया गया था उसकी हालत को देखते हुए सीटी स्कैन कराया जिसमें मरीज को ब्रेन हैमरेज आया है, तभी परिजनों को बता दिया गया था लेकिन परिजन सोचते रहे कि हर्ष को कहा ले जाना है इतने ही हर्ष की मौत हो गई।