जौनपुर के मुगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और लुटेरों के बीच हुई मुठभेड़ में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर संतोष उर्फ प्रतीक उपाध्याय को गोली लगी है। पुलिस ने मौके से तमंचा, कारतूस और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है। घायल अपराधी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। कैसे हुई मुठभेड़?
मुगराबादशाहपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्र अपनी टीम के साथ इटहरा तिराहे पर संदिग्धों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान प्रतापगढ़ की ओर से एक व्यक्ति तेजी से बाइक पर आता दिखा। पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन वह मछलीशहर की ओर भाग निकला। थाना कंट्रोल रूम को सूचना देकर आसपास के थानों की मदद मांगी गई। मछलीशहर थाना प्रभारी त्रिवेणी सिंह और पवारा थाना प्रभारी प्रियंका सिंह अपनी टीम के साथ घेराबंदी में जुट गए। रामनगर-बेलवार रोड पर पुलिस ने घेरा डाला तो संदिग्ध ने खुद को फंसा देख फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी और गिरफ्तारी
जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली संतोष उपाध्याय के बाएं पैर में लगी। घायल अवस्था में वह जमीन पर गिर पड़ा और पुलिस ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम संतोष उर्फ प्रतीक उपाध्याय पुत्र देवमणि उर्फ मटरु निवासी अल्लैया सतहरना थाना सुजानगंज बताया। क्या बरामद हुआ? अपराधी का आपराधिक इतिहास
पुलिस के अनुसार, संतोष उपाध्याय लूट, तस्करी और हत्या जैसी गंभीर घटनाओं में शामिल रहा है। मौके पर पुलिस ने जरूरी कानूनी कार्रवाई कर घायल अपराधी को अस्पताल भेजा। पुलिस मुठभेड़ में शामिल सभी अधिकारियों की सतर्कता और साहस की सराहना की जा रही है।