स्तान क्रिकेट में आए दिन कुछ न कुछ सुर्खियां चलती ही रहती हैं। कभी टीम के खिलाड़ियों के बीच आपसी नोकझोंक तो काफी बोर्ड द्वारा स्टाफ और कोच को बदलने की खबरे, पाकिस्तान क्रिकेट में ये आम सा है। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के टेस्ट हेड कोच रहे जेसन गिलेस्पी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद अब गिलेस्पी ने खुद पद छोड़ने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है। साथ ही पीसीबी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कभी भी उन्हें कोच के तौर पर नहीं चाहा गया था। उन्होंने ये भी कहा कि उनके और पीसीबी के बीच कम्यूनिकेशन क्लियर नहीं था और हाई परफॉर्मेंस कोच टिम नीलसन की बर्खास्तगी ने अंतत: उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर किया।
एबीसी स्पोर्ट से बात करते हुए गिलेस्पी ने कहा कि, निश्चित रूप से चुनौतियां थीं। मैं इस पद पर खुली आंखों से गया था, मैं ये बात स्पष्ट करना चाहता हूं। मैं जानता था कि, आप जानते हैं पाकिस्तान ने बहुत कम समय में कई कोचों को बदल दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि, मुझे लगता है कि सबसे बड़ी समस्या ये थी कि ये एक मुख्य कोच के रूप में आप अपने नियोक्ता के साथ स्पष्ट संवाद करना पसंद करते हैं। मैं हाई परफॉर्मेंस कोच को न रखने के निर्णय से पूरी तरह से अचंभित था।
जेसन गिलेस्पी ने ये भी खुलासा किया कि हाई-परफॉर्मेंस कोच न रखने के फैसले से वह पूरी तरह से हैरान थे। उन्होंने बताया कि नीलसन और टीम के प्रदर्शन के बारे में उन्हें जो फीडबैक दिया गया था, वह सकारात्मक था, इसलिए हाई -परफॉर्मेंस कोच को हटाने का कोई कारण नहीं था।
गिलेस्पी ने आगे बताया कि, टिम नीलसन को बताया गया कि अब उनकी सेवाओं की आवश्यकता नहीं है, और मुझे इस बारे में किसी से कोई जानकारी नहीं मिली। मुझे लगा कि पिछले कुछ महीनों में कई अन्य चीजें हुई थीं, शायद यही समय था जब मैंने सोचा कि ठीक है, मुझे सच में यकीन नहीं है कि वे वास्तव में मुझे ये काम करना चाहते हैं या नहीं।