कटिहार में एक धाम चलाया जा रहा है, जिसमें प्रार्थना कर व्यक्ति की बीमारी को ठीक करने की बात कही जा रही है। ये धाम मनिहारी प्रखंड के अम्बाडी गांव में चल रहा है। इस धाम में विजय बासु का प्रार्थना के माध्यम से बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। ये अपने आप में आस्था का प्रतीक बन रहा है। विजय बासु के अनुसार, 2007 से इस धाम में बिना किसी दवाई के सिर्फ प्रार्थना के जरिए लोगों की बीमारियां ठीक हो रही हैं। उनका दावा है कि बिहार, झारखंड, बंगाल और नेपाल से सैकड़ों लोग हर दिन इस धाम में पहुंच रहे हैं। लोगों की संतुष्टि रिपोर्ट के अनुसार, वहां इलाज के लिए पहुंचे लोग संतुष्ट और खुश दिख रहे हैं। जैसे कि पूर्णिया के अमीरूल का उदाहरण, जिनके मरीज की सुनने और बोलने की परेशानी प्रार्थना के माध्यम से 6 सप्ताह में दूर हो गई। वैज्ञानिक दृष्टिकोण डॉक्टर अशोक राय जैसे वैज्ञानिक विशेषज्ञों का मानना है कि प्रार्थना से इलाज विज्ञान के सिद्धांतों से परे है। यह एक आस्था का विषय है, जहाँ मनोवैज्ञानिक प्रभाव या आत्म-सुझाव भी भूमिका निभा सकता है। समाज में आस्था बनाम विज्ञान यह घटना भारतीय समाज के उस हिस्से की झलक है जहाँ विज्ञान के विकास के बावजूद आस्था और अंधविश्वास गहराई तक व्याप्त हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर लोग अक्सर ऐसे समाधानों की ओर आकर्षित होते हैं, जो आसान और सुलभ लगते हैं।