बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह ने बुधवार को केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल खट्टर से विशेष मुलाकात की। इस दौरान ग्रामीणों को हो रही बिजली संबंधी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। साथ ही कृषि क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। 800 मेगावाट बीजली देने का प्रस्ताव जिले के चौसा पावर प्लांट में 800 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता जोड़ने के प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इससे क्षेत्र में बिजली की मांग को पूरा करने के साथ-साथ औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। चौसा पावर प्लांट की क्षमता बढ़ने से बिहार के कई जिलों में बिजली आपूर्ति की स्थिति मजबूत होगी। सुधाकर सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहले, कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर की समस्या को उठाया गया। ग्रामीण लगातार शिकायत कर रहे है कि स्मार्ट मीटर से अनावश्यक बिजली बिल बढ़ रहे है और उन्हें परेशानी हो रही है। इस पर मंत्री जी से आग्रह किया गया कि स्मार्ट मीटर को हटाकर पारंपरिक मीटर प्रणाली लागू की जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके। 2500 मेगावाट पीएसपी पर चर्चा कैमूर हिल्स में 2500 मेगावॉट पंप एंड स्टोरेज परियोजना (पीएसपी) के क्रियान्वयन का मुद्दा उठाया गया। यह परियोजना ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भरता लाने के लिए महत्वपूर्ण है, जिससे क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। परियोजना के जल्द शुरू होने से बिजली आपूर्ति में स्थिरता आएगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। जिला अंतर्गत नावानगर में स्पेशल इकनॉमिक जोन (SEZ) के विकास हेतु विद्युत आपूर्ति ग्रिड की स्थापना का मुद्दा रखा गया। साथ ही मंत्री से अनुरोध किया गया कि इस क्षेत्र में एक विशेष विद्युत ग्रिड की स्थापना की जाए ताकि औद्योगिक विकास में कोई बाधा न आए। इस मुलाकात के दौरान मंत्री ने सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया और कहा कि समस्याओं के समाधान के लिए जल्द से जल्द कदम उठाए जाएंगे।