बेतिया में पति से विवाद के बाद पत्नी ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली है। महिला रेंट पर पति और बच्चों के साथ रहती थी। पति ने जमीन बेच दिया था। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ और महिला ने सुसाइड कर लिया। पति ने कहा है कि महिला ने डिप्रेशन में ये कदम उठाया है। मृतका के परिजन शव को लेकर पैतृक गांव गोपालपुर थाना क्षेत्र के नरकटिया चले गए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया। घटना बानुछापर थाना क्षेत्र अंतर्गत हजमा टोला स्थित डपटउआ माई स्थान के पास की मंगलवार रात की है। बुधवार को सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। मृतका की पहचान गोपालपुर थाना क्षेत्र के नरकटिया गांव निवासी संदीप गिरी की पत्नी पूर्णिमा देवी उर्फ सुग्गी (32) के रूप में की गई है। पुलिस मृतका के पति संदीप गिरी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर होगी आगे की कार्रवाई थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि मामले में परिजनों के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पति-पत्नी के विवाद के बाद महिला आत्महत्या की है। अगर परिजन की ओर से आवेदन नहीं मिलता है तो पुलिस चौकीदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी। पति संदीप गिरी को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। मृतका की मां गोपालपुर निवासी स्वर्गीय सुनेश्वर गिरी की पत्नी लालमति कुवंर ने बताया कि मेरी बेटी ने बानूछापर में अपने डेरा पर दिया। मैं बेटी के साथ ही बेतिया में रहती थी। वह कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान थी। जमीन बेचने के बाद परेशान थी पत्नी पति संदीप गिरी ने बताया कि बानूछापर के जमीन में लफड़ा से उबरने को लेकर मैं कर्ज से दब गया था। दो महीने पहले गांव का दो कठ्ठा जमीन बेच दिया और कर्ज को हटाया था। जिसे लेकर पत्नी थोड़ा परेशान रहने लगी थी। घटना के समय मैं गांव आ गया था। पत्नी की मौत की जानकारी मेरे बच्चों ने दिया। आनन-फानन में वहां से शव को घर लाया था। पड़ोसियों ने बताया कि दो भाइयों में बड़े संदीप गिरी की शादी पूर्णिमा उर्फ सुग्गी से हुई थी। जिससे एक बेटी पलक (8) दो बेटा राजाबाबू (6) व गौरव(4) है। मां के मरने के बाद उस परिवार में इन बच्चों को देखने वाला कोई नहीं है। एक मात्र नानी भी काफी वृद्ध हो चुकी है। संदीप का छोटा भाई रंजीत कुमार गिरी बाहर में काम करता है। मृत विवाहिता का अंतिम संस्कार नरकटिया मे करताहा नदी के किनारे किया गया। जहां उसके बड़े बेटे राजाबाबू ने मुखाग्नि दिया।