सर्दियां बढ़ते साथ ही अस्पतालों की ओपीडी में जोड़ों के दर्द के मरीजों का पहुंचना बदस्तूर जारी है। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी के अनुसार सर्दी के मौसम में स्वास्थ्य समस्या बढ़ जाती हैं। इनमें गठिया यानी अर्थराइटिस प्रमुख है। इसमें भी रूमेटाइड अर्थराइटिस से सर्दियों में ज्यादा परेशानी होती है। सरकारी आंकड़ें के अनुसार इन दिनों शहरी सामुदायिक केंद्र दुर्गाकुंड पर गठिया के मरीज बढ़ गए हैं। यहां रोजाना आर्थोपेडिक के पास 80 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं जिसमें से 25 को गठिया के लक्षण निकल रहे हैं। ऐसे में इस मौसम में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। ठंड के मौसम में रक्त संचार कम होने से सूजन, दर्द और जकड़न जैसी समस्याएं होने लगती हैं। साथ ही मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ जाता है। खासकर जो महिलाएं अक्सर ठंडे पानी में काम करती हैं। उन्हें गठिया और कमर दर्द की शिकायत होती है। इसलिए सतर्क रहें और अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में तुरंत सम्पर्क करें। जोड़ों में बढ़ जाती है कठोरता
प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ एनके वर्मा ने बताया- ठंड का मौसम आते ही गठिया के दर्द में वृद्धि हो जाती है। क्योंकि ठंड में शरीर के जोड़ों में खिंचाव और सूजन बढ़ जाती है। साथ ही सर्दियां में ज्यादातर व्यक्ति घर में रहता है। जिससे अंगों में मूवमेंट नहीं हो पाता है। जिससे शरीर में मूवमेंट कम हो जाता है और बॉडी में कठोरता बढ़ जाती है। गर्म कपड़े और पानी का करें इस्तेमाल
डॉ एनके सिंह ने बताया- जाड़े के मौसम में ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें। गर्म पानी से नहाएं ताकि मांसपेशियों को आराम मिले और रक्तसंचार सुचारू रूप से हो। उन्होंने अपील किया कि लोग स्वेटर, शॉल, दस्ताने और मफलर का उपयोग करें। हल्के व्यायाम और योग गठिया के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। बेहतर होगा कि वातावरण में गर्माहट आने के बाद ही सुबह टहलने के लिए निकलें। रोजाना आ रहे 20 से 25 मरीज
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि जोड़ों में अगर तीन महीने से अधिक से दर्द है तो उसे नजर अंदाज न करें। यह गठिया के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने बताया शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गाकुंड में इन दिनों हड्डी रोग की ओपीडी में 70 से 80 मरीज आ रहे हैं। इनमें से 20 से 25 मरीज गठिया और जोड़ों के दर्द से पीड़ित रहते हैं। जबकि आम दिनों में यह संख्या 10 से 12 के बीच ही रहती है। जोड़ों का दर्द बढ़ती हुई उम्र का असर नहीं, तुरंत चेक कराएं
उन्होंने बताया कि लोगों को पैर और हाथ की उंगलियों के जोड़, घुटने और एड़ी आदि में दर्द रहता है। इस तरह की समस्या आमतौर पर बढ़ती उम्र के साथ देखने को मिलती है। आमतौर पर जोड़ों में तकलीफ का कारण शरीर में कैल्शियम की कमी होती है क्योंकि कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। लेकिन सिर्फ कैल्शियम ही नहीं, जोड़ों की तकलीफ और दर्द का एक बड़ा कारण आर्थराइटिस यानी गठिया की बीमारी भी हो सकती है। इसमें लोगों के जोड़ों में क्रिस्टल बनने लगते हैं, नसों व मांसपेशियों में सूजन हो जाती है, जिसकी वजह से गंभीर दर्द देखने को मिलता है। इसलिए बीमारी को नजरअंदाज ना करते हुये तत्काल इसका इलाज करायें।